क्रिकेटर से नेता बने यूसुफ पठान की कहानी, मस्जिद में गुजरा बचपन…

41 साल के यूसुफ पठान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में दो-दो वर्ल्ड कप (2007 टी-20, 2011 वनडे वर्ल्ड कप) जीतने वाली चैंपियन भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थे.

पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान बहरामपुर सीट से प्रत्याशी हैं.

गुजरात के बड़ौदा (वडोदरा) के रहने वाले यूसुफ पठान पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान के बड़े भाई हैं.

दोनों भाइयों का बचपन मस्जिद में बीता छोटे से कमरे में पूरा परिवार रहा करता था.

उनके पिता महमूद पठान मस्जिद में मुअज्जिन थे, घर की स्थिति अच्छी नहीं थी.

गुजरात से आने वाले यूसुफ पठान आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स को दो बार चैंपियन बना चुके हैं.

2001-2002 सीजन में सौराष्ट्र की ओर से अपना रणजी ट्रॉफी खेलने वाले यूसुफ पठान बड़े-बड़े शॉट्स मारने के लिए मशहूर थे.

उनके करियर का टर्निंग पॉइंट 2008 में आया, जब आईपीएल के ओपनिंग सीजन में राजस्थान रॉयल्स को चैंपियन बनाने के लिए उन्होंने कई आतिशी पारियां खेली.

खराब फॉर्म और फिटनेस के चलते 2012 के बाद वह भारतीय टीम में नहीं चुने गए और फिर 2021 में सारे फॉर्मेट से संन्यास ले लिया

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