यूं तो भारतवर्ष के कोने-कोने में कई मंदिर स्थित हैं.

लेकिन कर्नाटक में स्थित हसनंबा मंदिर की बात अलग है.

यह पूरे वर्ष में सिर्फ एक सप्ताह के लिए खुलता है.

वहीं दूसरी ओर यहां पर आने वाले सभी भक्त चिट्ठी लिखकर भगवान को अर्जी देते हैं

यह साल में केवल एक बार दिवाली के दिन खुलता है, इस मंदिर में देवी हसनंबा की पूजा की जाती है

इस दौरान विशेष हसनंबा जात्रा महोत्सव भी मनाया जाता है.

इस मंदिर के आखिरी दो दिनों में विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है

जब मंदिर के कपाट फिर से बंद किए जाते हैं, तब यहां प्रसाद चढ़ाने के साथ-साथ दीपक व फूल भी अर्पित किए जाते हैं

जब एक साल बाद मंदिर के कपाट खोले जाते हैं

तब यह दीपक जलता हुआ ही पाया जाता है, माता को अर्पित किए गए फूल भी ताजे रहते हैं

दुनियाभर में अपने खास टेक्स्चर के लिए जाना जाता है Chhattisgarh का Kosa सिल्क …