महीने के 15 दिन बढ़ता और 15 दिन घटता है ये शिवलिंग
भारत अपने अंदर कई रहस्य समेटे हुए हैं. आज हम ऐसे स्वयंभू शिवलिंग के बारे में बताने वाले हैं, जो हर महीने 15 दिन बढ़ता है और अगले 15 दिन घटता है.
ये मंदिर उत्तराखंड के हरिद्वार की उपनगरी दक्ष नगरी कनखल में स्थित है. तिलभाण्डेश्वर महादेव मंदिर भगवान शंकर को समर्पित है. कनखल में सती घाट पर गंगा किनारे बने इस मंदिर की काफी मान्यता है. यहां दूर-दूर से श्रद्धालु मनोकामना लेकर आते हैं.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि तिलभाण्डेश्वर महादेव शिवलिंग हर महीने में 15 दिन तिल-तिल कर बढ़ता है और फिर 15 ही दिन तिल-तिल कर घटता है.
तिलभाण्डेश्वर मंदिर के लिए कहा जाता है कि जब माता सती ने हवन यज्ञ में कूदकर अपने शरीर का त्याग किया था, तो भगवान शंकर राजा दक्ष पर क्रोधित होकर कनखल आए थे. तब उनका विशाल महाकाल रूप था, जिसे महादेव ने सती घाट पर गंगा किनारे छोटा किया था.
पुजारी बताते हैं कि जो भी श्रद्धालु अपनी परेशानियों को लेकर इस मंदिर में आता है, उसके दुख तिल-तिल भर घटने शुरू हो जाते हैं. यहां 40 दिन लगातार मंदिर में जल चढ़ाने और पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.