क्या होता है ब्लैक बॉक्स? रंग ऑरेंज, फिर भी नाम black box...
गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया का विमान हदासे में 241 यात्रियों व अन्य स्थानीय लोगों की मौत हो गई.
जांच एजेंसियों को विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है, जो कि ऑरेंज कलर की है.
विमान हादसे के बाद जांच एजेंसियां सबसे पहले मलबे में ब्लैक बॉक्स की ही तलाश करती हैं, जिससे हादसे की वजह का पता चल सके.
ब्लैक बॉक्स के मिलने से जांच में तेजी तो आएगी ही, साथ ही यह भी पता चलेगा कि यह हादसा किस वजह से हुआ.
जैसे-तकनीकी खराबी, इंजन फेल होने से, पक्षी टकराने से, विमान में आग लगने से या किसी मानवीय त्रुटि के कारण.
ब्लैक बॉक्स चमकीने ऑरेन्ज कलर की बेहद खास डिवाइस होती है. इसका रंग ऐसा इस वजह से होता है, जिससे मलबे में इसे आसानी से ढूंढा जा सके.
यह एक तरह का रिकॉर्डर होता है, जो विमान की हर गतिविधि को रिकॉर्ड करता है.
ये रिकॉर्डर मजबूत केसिंग से बंद होते हैं, जिन पर किसी तरह के विस्फोट, आग या पानी का असर नहीं पड़ता है
और बड़े से बड़े हादसे में भी ब्लैक बॉक्स के अंदर रिकॉर्ड हुआ डेटा सुरक्षित रहता है.
इसके दो हिस्से होते हैं. पहला- फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और दूसरा- कॉकपिट वॉइस रिकॉर्ड (CVR). इन दोनों हिस्सों को मिलाकर ही ब्लैक बॉक्स बनता है.
ब्लैक बॉक्स को 1954 से हवाई जहाजों में लगाया जा रहा है. इसकी फीतरी दीवार काले रंग की होती है, जिस वजह से फोटो डेटा सुरक्षित रहता है.
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