उग्रवादी और आतंकवादी में क्या है अंतर? जानें कहां से आए ये शब्द...

उग्रवादी वे होते हैं, जो किसी विशेष राजनीतिक, धार्मिक या सामाजिक उद्देश्य के लिए हिंसा का सहारा लेते हैं

 इनका उद्देश्य किसी विशेष क्षेत्र में अलगाववाद, जातीय या धार्मिक प्रभुत्व स्थापित करना होता है.

ये किसी राजनीतिक या जातीय आंदोलन के समर्थक होते हैं और मानते हैं कि उनका उद्देश्य सही है, भले ही इसके लिए हिंसा का सहारा लेना पड़े.

 उग्रवादियों का मुख्य उद्देश्य अपने समुदाय, जाति या समूह के लिए एक अलग पहचान या आजादी पाना होता है, इन्हीं में से कुछ बाद में आतंकवाद का रूप ले सकते हैं.

आतंकवादी कौन होते हैं?

आतंकवादी वे होते हैं, जो धार्मिक, राजनीतिक या वैश्विक उद्देश्यों के लिए हिंसा फैलाते हैं और आम नागरिकों में डर और दहशत पैदा करना इनका मुख्य लक्ष्य होता है.

इनका टार्गेट आम नागरिक, धार्मिक स्थल, सेना, सरकारी संस्थान, अंतरराष्ट्रीय संगठन होता है.

वे कट्टरपंथी धार्मिक या राजनीतिक विचारधारा के होते हैं, जो अक्सर वैश्विक स्तर पर प्रभाव डालने की कोशिश करती है.

 उनका मुख्य उद्देश्य डर और आतंक फैलाकर राजनीतिक या धार्मिक एजेंडा लागू करना होता है

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