कवच सिस्टम एक स्वेदेशी एंटी प्रोटेक्शन सिस्टम (APS) है.  

कवच सिस्टम एक स्वेदेशी एंटी प्रोटेक्शन सिस्टम (APS) है.  

कवच प्रणाली आपातकालीन स्थिति में खुद-ब-खुद ट्रेन को रोक सकती है यानि ब्रेक लगा सकती है. 

कवच प्रणाली आपातकालीन स्थिति में खुद-ब-खुद ट्रेन को रोक सकती है यानि ब्रेक लगा सकती है. 

किसी भी कारणवश जब ट्रेन का ड्राइवर समय पर ब्रैक नहीं लगा पाता है, तक ये सिस्‍टम तुरंत एक्टिव हो जाता है. 

किसी भी कारणवश जब ट्रेन का ड्राइवर समय पर ब्रैक नहीं लगा पाता है, तक ये सिस्‍टम तुरंत एक्टिव हो जाता है. 

ऐसे में बड़े रेल हादसे होने से रुक सकते हैं, रेलवे इस सिस्‍टम को पूरे रेल नेटवर्क में स्‍थापित करने की योजना बना रही है.

ऐसे में बड़े रेल हादसे होने से रुक सकते हैं, रेलवे इस सिस्‍टम को पूरे रेल नेटवर्क में स्‍थापित करने की योजना बना रही है.

हालांकि, अभी तक बेहद कम रूट पर इसे लगाया जा सका है. 

हालांकि, अभी तक बेहद कम रूट पर इसे लगाया जा सका है. 

कई बार ड्राइवर की भूलवश या किसी तकनीकी खराबी के कारण कोई ट्रेन रेड सिग्नल क्रास कर जाती है. ऐसी स्थिति को खतरे में सिग्नल पास किया गया (SPAD) माना जाता है. 

कई बार ड्राइवर की भूलवश या किसी तकनीकी खराबी के कारण कोई ट्रेन रेड सिग्नल क्रास कर जाती है. ऐसी स्थिति को खतरे में सिग्नल पास किया गया (SPAD) माना जाता है. 

ऐसे में कवच सिस्टम एक्टिव होकर ट्रेन में ऑटेमेटिकक ब्रेक्स को रिलिज करता है, जिससे ट्रेन की रफ्तार बेहद कम हो जाती है. इसके बाद कोई बड़ा हादसा होने से टल जाता है. 

ऐसे में कवच सिस्टम एक्टिव होकर ट्रेन में ऑटेमेटिकक ब्रेक्स को रिलिज करता है, जिससे ट्रेन की रफ्तार बेहद कम हो जाती है. इसके बाद कोई बड़ा हादसा होने से टल जाता है. 

अगर कोई ट्रेन तय रफ्तार से तेज चल रही होती है, तब भी यह सिस्‍टम एक्टिव हो जाती है. मौसम खराब होने की स्थिति में भी यह सिस्‍टम बेहद मददगार साबित होता है. 

अगर कोई ट्रेन तय रफ्तार से तेज चल रही होती है, तब भी यह सिस्‍टम एक्टिव हो जाती है. मौसम खराब होने की स्थिति में भी यह सिस्‍टम बेहद मददगार साबित होता है. 

यह सिग्नल सिस्टम की मदद से लोको-पायलट की ट्रेन को ऑपरेट करने में भी मदद करता है. 

यह सिग्नल सिस्टम की मदद से लोको-पायलट की ट्रेन को ऑपरेट करने में भी मदद करता है.