घर में स्वास्तिक बनाना कहां शुभ और कहां अशुभ?, जानें सही दिशा!

स्वास्तिक को शुभता, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, लेकिन वास्तु शास्त्र में इसकी कुछ खास दिशाएं और स्थान तय हैं.

अगर इसे गलत जगह बनाया जाए तो इसके विपरीत प्रभाव भी सामने आते हैं. घर में बेचैनी, आर्थिक रुकावटें और पारिवारिक तनाव तक बढ़ सकता है.

सबसे पहले ध्यान रखें कि बाथरूम या टॉयलेट के दरवाज़े पर कभी भी स्वास्तिक न बनाएं. यह स्थान अशुद्ध माना गया है और यहां प्रतीक बनाना सकारात्मक ऊर्जा को रोक देता है.

सीढ़ियों पर या सीढ़ियों की दीवार पर भी स्वास्तिक बनाना अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह लगातार पैर पड़ने वाली ऊर्जा का क्षेत्र होता है और इससे घर में अस्थिरता बढ़ती है.

इसके अलावा कूड़ा रखने की जगह, जूते रखने के रैक या घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा की दीवार पर स्वास्तिक बनाना भी नकारात्मक प्रभाव देता है.

इन स्थानों पर ऊर्जा भारी होती है और शुभ प्रतीक वहां टकराकर उलटा असर देने लगता है.

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