एकादशी देवी कौन हैं,  जिनके नाम पर किया जाता है एकादशी व्रत

पद्मपुराण की कथा के अनुसार भगवान विष्णु के शरीर से एक कन्या उत्पन्न हुईं, जिनका नाम एकादशी था

विष्णु जी के अंश से उत्पन्न होने के कारण एकादशी नामक देवी का नाम उत्पन्न एकादशी रखा गया

एकादशी का व्रत भी इसी देवी के नाम पर ही रखा जाता है

सतयुग में मुर नाम के एक दैत्य ने इंद्र समेत सभी देवताओं को परास्त कर दिया

विष्णु जी ने देवताओं की प्रार्थना सुनकर क्षीरसागर में विश्राम कर रहे विष्णु जी जाग गए.

वे मुर दैत्य का वध करने चन्द्रावतीपुरी गए, वहाँ उन्होंने सुदर्शन चक्र से असंख्य दैत्यों को मार डाला

इसके बाद वे बद्रिका आश्रम की सिंहावती गुफा में विश्राम करने चले गए

मुर को जब पता चला कि उसे मारने के लिए श्री हरि उसके पास आने वाले हैं

गहरी निद्रा में सो चुके विष्णु को पता ही नहीं चला कि उन्हें जैसे ही मारने का विचार किया

वैसे ही श्रीहरि विष्णु के शरीर से एक कन्या निकली और उसने मुर दैत्य का वध कर दिया

मूर राक्षस की आवाज सुनकर जब विष्णु जी नींद से जागे, तो उनके सामने एक कन्या खड़ी थी

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