कौन थी जीण माता, जिनके चमत्कार के सामने औरंगजेब भी डर गया था
जीण माता मंदिर का इतिहास काफी प्राचीन है
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण करीब 1200 साल पहले हुआ था
जीण माता का जन्म एक चौहान वंश के राजा के घर में हुआ था
कहा जाता है कि हर्ष को भगवन शिव का अवतार माना गया है
मान्यता के अनुसार एक दिन भाई-बहन में किसी चीज को लेकर बहस छिड़ गई
और जीण माता नाराज हो राजस्थान के सीकर में तपस्या करने लगी और वही बस गई.
धीरे-धीरे इस स्थान पर पूजा-पाठ होने लगी और इसे पवित्र स्थान माना जाने लगा
एक दिन औरंगजेब ने मंदिर को तोड़ने और लूटने के लिए अपनी सेना को भेजी
तब माता ने सेना पर भंवरे (बड़ी मधुमखियां) छोड़ दी
इस घटना के बाद खुद औरंगजेब भी बीमार हो गया है
जब औरंगजेब बहुत अधिक बीमार होने लगा तो, वो माता के दरबार में पहुंचा और क्षमा मांगी
कब, क्यों और कैसे डूबी द्वारका?
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