घर को बनवाते समय कई नियमों का पालन करना बेहद आवश्यक है। ऐसा माना जाता है कि घर की नींव रखते समय वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना बेहद फलदायी होता है।
श्रीमद् भागवत महापुराण के पांचवें स्कंद में उल्लेख है कि धरती के नीचे पाताल लोक है और इसके स्वामी शेषनाग हैं। इसलिए घर की नींव में चांदी के नाग-नागिन को रखा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि शेष नाग इससे संपत्ति और घर की सदैव रक्षा करते हैं।
घर की नींव में चांदी के नाग-नागिन को रखने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, नाग-नागिन के जोड़े से वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है। घर की नींव में नाग-नागिन के जोड़े को रखने से घर पर बुरी शक्तियों को कोई असर नहीं होता है।
साथ ही नजर दोष से बचाव होता है। इसके अलावा घर में सदैव सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। अगर आप चांदी के नाग-नागिन नहीं रख सकते हैं, तो पीतल के नाग-नागिन भी रख सकते हैं।