नवरात्रि का अंतिम दिन मां दुर्गा के 9वें रूप सिद्धिदात्री को समर्पित है. इनकी कृपा से सभी तरह की सिद्धियां प्राप्त होती है

मां सिद्धिदात्री को देवी सरस्वती का भी स्वरूप माना गया है. इन्हें बैंगनी रंग अतिप्रिय होता है.

कौन हैं मां सिद्धिदात्री

मां सिद्धिदात्री की अनुकंपा से ही शिवजी का आधा शरीर देवी का हुआ और इन्हें अर्द्धनारीश्वर कहा गया.

मां सिद्धिदात्री की पूजा फल, फूल, धूप, दीप, कुमकुम, तिल, जौ, चावल आदि से करें। मां को प्रसाद में हलवा-पूरी भेंट करें।

पूजा विधि और भोग

अंत में आरती अर्चना कर जीवन में तरक्की, उन्नति, सुख, शांति और समृद्धि की कामना करें

मां सिद्धिदात्री को बैंगनी रंग बहुत है प्रिय, पूजा के दौरान बैंगनी रंग के वस्त्र धारण करें

शुभ रंग

या देवी सर्वभू‍तेषु मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

मंत्र

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