सोते में करता है दिमाग अनोखा काम
थकान का भी है खास टाइम
हार्मोन पर असर
कुछ लोगों को नींद में बोलने या चलने की आदत होती है, अगर ऐसा कुछ आपके साथ हो तो हैरान बिलकुल मत हो. आपको जानकर हैरानी होगी कि 15% आबादी को नींद में चलने की और 5% जनसंख्या को नींद में बोलने की बीमारी होती है.
नींद में चलना बोलना है सामान्य
जी हां ये मुहावरा यूंही नहीं बना की इसे तो खुशी से नींद नहीं आती वाकई में जब आप खुश होते हैं तो कम नींद में काम चल जाता है.
खुशी में उड़ जाती है नींद
सुबह 3 से 4 बजे के बीच इंसान का शरीर सबसे कमज़ोर होता है, यही कारण है कि ज़्यादातर लोगों की नींद में मृत्यु इसी समय होती है. इसी तरह नींद में छींकना असंभव है और इंसान बिना खाए 2 महीने तक जीवित रह सकता है, लेकिन बिना सोये केवल 11 दिन तक जीवित रह पाता है.
नींद का असर