रायपुर- लोकसभा चुनाव के कार्यों को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए चयनित मतदान केन्द्रों में वेबकास्टिंग से सतत निगरानी की जाएगी. इसके लिए मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के नोडल अधिकरियों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि मतदान केन्द्रों में कैमरे ऐसी जगह स्थापित किया जाय, जहां से पोलिंग बूथ के अंदर रखे वीवीपैट एवं बैलेट यूनिट को छोड़कर मतदान केन्द्र के भीतर की अधिकतम दृश्य दिखाई दे. मुख्य निर्वाचन पदाधिकरी सुब्रत साहू के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण प्रदान किया गया.

प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रत्येक जिले में कंट्रोल रूम बनाया जाये एवं दी जाने वाली वेबकॉस्टिंग के सतत् अवलोकन हेतु टीम गठित किया जाए. लोकसभा निर्वाचन के प्रथम चरण में शामिल जिलो हेतु वेंडर के सुपरवाइजर नियत तिथि को जिले के नोडल अधिकारी से सम्पर्क करेंगे। मतदान के तीन दिवस पहले कंट्रोल रूम में टीवी स्क्रीन इन्टरनेट सहित एक डिस्ट्रिक्ट सुपरवाइजर, एक सहायक सुपरवाइजर तथा अतिरिक्त असिस्टेट उपलब्ध रहेगा. इसके साथ ही सभी चयनित मतदान केन्द्रों में एक ऑपरेटर उपलब्ध रहेगा. इन्टरनेट कनेक्शन की क्षमता ऐसी रहेगी कि मतदान दिवस पर सम्पूर्ण मतदान अवधि के दौरान वेबकास्टिँग सुचारू रूप से संचालित की जा सके.

मतदान केन्द्र हेतु चयनित आॅपरेटरों की सूची, एड्रेस और आइडेन्टिटी प्रूफ वेंडर द्वारा जिले के नोडल अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे, ताकि ऑपरेटर को मतदान केन्द्र में मतदान दिवस में प्रवेश के लिए परिचय पत्र जारी किया जा सके.

प्रशिक्षण में उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री यू एस अग्रवाल ने वेबकास्टिंग के बारे में भारत निर्वाचन आयोग की मार्गदर्शी बिंदुओं के अनुरुप प्रशिक्षण दिया और इसकी बारीकियों के बारे में अवगत कराया.

प्रशिक्षण में यह भी बताया गया कि मतदान समाप्ति के पश्चात प्रत्येक वेबकैमरा से रिकार्डेड ऑन-आफ डाटा का बैकअप जिला निर्वाचन कार्यालय को प्रदान किया जाएगा. जिला निर्वाचन अधिकारी उक्त बैकअप डाटा का परीक्षण कर डाटा बैकअप की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. जिन मतदान केन्द्रो में
वेबकास्टिँग्स किया जाना है, वहां के पीठासीन अधिकारियों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाए. प्रशिक्षण में सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनीष मिश्रा एवं श्री स्पेश वर्मा सहित सभी जिलों के वेबकास्टिग्स नोडल अधिकारीगण उपस्थित थे।