पंकज सिंह भदौरिया,दन्तेवाड़ा. जिले में आयुष आयुर्वेद विभाग के अलबेले कारनामों की रोजाना कोई न कोई बात निकलकर आ ही जाती है. अभी बीते सप्ताह ही हमने 1 दिन के डॉक्टर वाला आयुर्वेद अस्पताल सूरनार दिखाया था. यह मामला शांत भी नहीं हो पाया था कि दन्तेवाड़ा के शासकीय आयुर्वेद औषधालय पोन्दुम में जब हम भ्रमण करते पहुंचे, तो अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर शिवशंकर औषधालय में मौजूद नहीं थे. अस्पताल के साथी कर्मचारियों ने बताया कि सर 20 दिनों के अर्जित अवकाश में है और वे छुट्टी का आवेदन मीडिया को दिखाने लगे.
कर्मचारियों ने आवेदन दिखाया तो उस पर जिला कार्यालय से जारी 28 फरवरी को जारी आदेश दिखा जिस पर 11 फरवरी में डॉक्टर के पत्र का जबाब लिखा गया था. साथ ही इसी पत्र में 05 फरवरी से 20 फरवरी तक मतलब 20 दिनों का अर्जित अवकाश की स्वीकृति दी गई है. सबसे बड़ी बात इस पर आयुर्वेद जिला चिकित्सक अधिकारी डॉ. एमपी पटेल के आदेशित साइन भी है. जिसके 4 दिनों बाद डॉ. एमपी पटेल भी रिटायर्ड हो गए. सबसे बड़ी बात यह है कि यह स्वीकृत छुट्टी के आदेश में तिथि की गड़बड़ियां नज़र आ रही है, मगर इसे इस तरह से नजरअंदाज विभाग के अधिकारी से लेकर अवकाश लेने वाले करते नजर आए.
आयुर्वेद औषधालय पोन्दुम में कोई भी समय तालिका का बोर्ड नहीं लगा दिखा जिससे ग्रामीणों को औषधालय खुलने और बन्द होने का समय पता चल सके, जबकि अस्पताल रोजाना दो पालियों में सुबह 8 बजे से 1 बजे तक और शाम में 4 बजे से 1 बजे तक नियमित खुलने का नियम है.