नई दिल्ली। केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय के तबादले को लेकर घमासान जारी है. इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा दांव खेला है. उन्होंने अलपन बंदोपाध्याय को अपना मुख्य सलाहकार बनाने का एलान किया है.

ममता बनर्जी ने खेला बड़ा दांव

दरअसल, सीएम बनर्जी ने केंद्र सरकार को तबादला रोकने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन वहां से जवाब संतोषजनक नहीं मिला. इसके बाद ममता सियासी गेम खेल गई. सीएम बनर्जी ने सोमवार को अलपन बंदोपाध्याय को मुख्य सलाहकार बनाने का एलान किया है. उन्होंने कहा कि अलपन बंदोपाध्याय मुख्य सलाहकार के तौर पर काम शुरू करेंगे. मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी हरिकृष्ण द्विवेदी को सौंपी गई है. सीएम ममता ने कहा कि मैं नबन्ना छोड़ने नहीं दूंगी.

अलपन बंदोपाध्याय बने मुख्य सलाहकार

सीएम ममता ने कहा कि अलपन बंदोपाध्याय 31 मई को सेवानिवृत्त हुए हैं, इसलिए वह दिल्ली में शामिल नहीं होने जा रहे हैं. वह अब मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार हैं. ममता बनर्जी ने आगे कहा कि अलपन 1 जून यानि कि मंगलवार से मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार का कार्यभार संभालेंगे.

अमित शाह को बताया तानाशाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को तानाशाह बताते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वो हिटलर और स्टालिन की तरह व्यवहार करते हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं सभी राज्य सरकारों, विपक्षी नेताओं, आईएएस-आईपीएस, एनजीओ से एक साथ मिलकर संघर्ष करने की अपील करती हूं.’

केंद्र के प्रस्ताव को अलपन ने ठुकराया

केंद्र सरकार ने अलपन बंदोपाध्याय की सेवाओं को 3 महीने का विस्तार दिया था, लेकिन बंदोपाध्याय ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकराकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया. अब ममता ने उन्हें अपना मुख्य सलाहकार नियुक्त किया है.