कोलकाता। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव हार गई थी. इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी शुभेंदु अधिकारी को जीत मिली थी. अब ममता बनर्जी चुनाव परिणाम के 46 दिन बाद कलकत्ता हाईकोर्ट में शुभेंदु की जीत को चुनौती दी है. इस मामले पर आज यानी शुक्रवार को वर्चुअल सुनवाई होगी.

बंगाल में 8 चरणों में हुए चुनाव के बाद दो मई को नतीजे आए थे. इसमें सबकी निगाहें राज्य की नंदीग्राम सीट पर थी. यहां भाजपा प्रत्याशी और कभी ममता के खास रहे शुभेंदु अधिकारी ने रोमांचक मुकाबले में उन्हें 1,956 वोटों से हरा दिया था.

ममता बनर्जी को हाईकोर्ट पहुंचने में 46 दिन लग गए. दरअसल, 2 मई को नंदीग्राम में परिणाम की घोषणा के बाद ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर धांधली के गंभीर आरोप लगाए थे. तब उन्होंने यहां फिर से काउंटिंग की भी मांग की थी, लेकिन चुनाव आयोग ने उनकी मांग ठुकराते हुए भाजपा प्रत्याशी को विजयी घोषित कर दिया था. तब ममता ने फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही थी, आखिरकार उन्होंने 46 दिन बाद कलकत्ता हाईकोर्ट का रूख किया है.

भवानीपुर सीट खाली

नंदीग्राम में हार के बाद ममता ने 7 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद सबसे बड़ा सवाल यह था कि वह चुनाव कहां से लड़ेंगी. आखिरकार, उनकी पारंपरिक सीट भवानीपुर से जीते टीएमसी के विधायक शोभन देव चटर्जी ने इस्तीफा दे दिया. यह तय है कि ममता यहीं से चुनाव लड़ेंगी. बंगाल में 2011 के विधानसभा चुनाव में भवानीपुर से तृणमूल के सुब्रत चुनाव जीते थे. उनके इस्तीफे के बाद ममता ने यहां उप-चुनाव लड़ा था और जीती थीं. 2016 में भी वे इसी सीट से लड़ीं और जीतीं थीं.

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