रायपुर. एनएमडीसी रायपुर विवेकानंद एयरपोर्ट में स्वामी विवेकानंद की 18 फीट ऊंची मूर्ति बनाने के लिए 1 करोड़ रुपए देने की तैयारी में है. इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी नाम दिया गया है. लेकिन ये वहीं एनएमडीसी है जिसने 13 जिलों में 28 विकासखंडों में आजीविका और जलग्रहण के काम को लेकर महज 20 लाख रूपए देने से इंकार कर दिया. अब उसके स्वामी विवेकानंद की मूर्ति पर खर्च हो रहे 1 करोड़ रुपए पर सवाल उठने लगे  है.  

लल्लूराम को खबर मिली है कि भारत ग्रामीण आजीविका फाउंडेशन (भारत रूरल लाइवलीहुड फाउंडेशन – BRLF इसका अनुबंध भी पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग से हुआ है ) द्वारा आजीविका के लिए छत्तीसगढ़ में काम करने के लिए 13 संस्थाओं का चयन किया गया था. इन संस्थाओं द्वारा प्रदेश के 13 जिलों के 28 विकासखंडो में आजीविका और जलग्रहण को लेकर कार्य किया जाना था. इसके लिए BRLF  को विभिन्न वित्तीय संस्थाओं ने फण्ड दिया है.

देश की नवरत्न कंपनी ने आजीविका और जलग्रहण के लिए 20 लाख देने से किया था इंकार

जिससे समस्त मानव संसाधन और प्रशिक्षण का व्यय का वहन किया जा रहा है. इन वित्तीय संस्थाओं में एक NMDC भी था. जिनके फण्ड का उपयोग किसी एक गांव को मॉडल बनाने के लिए किया जाना था. लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद खबर आयी कि जिन संस्थाओं को NMDC ने फंडिंग किया था, उनके 20 लाख कम हो गए मतलब NDMC ने राशि देने से इंकार कर दिया.

रायपुर एयरपोर्ट में लगेगी मूर्ति
  • ऐसी होगी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल एयरपोर्ट में मूर्तिकार राम वी सुतार द्वारा 1 करोड़ रुपए की मूर्ति बनाने की तैयारी में है. ये वही मूर्तिकार हैं, जिन्होंने गुजरात के वड़ोदरा में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 522 फीट ऊंची मूर्ति का निर्माण किया है. जानकारी के मुताबिक ये मूर्ति की ऊंचाई 18 फीट होगी. इसका वजन सात टन के आसपास और कास्टिंग की मोटाई 6 मीटर होगी. इस मूर्ति में 85 प्रतिशत कॉपर और 5 परसेंट इन, 5 परसेंट जिंक और 5 परसेंट लीड का उपयोग किया जाएगा.