रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा खत्म होते ही अब सबकी नजर भारत-अमेरिका के बीच अटकी ट्रेड डील पर पड़ गई है. बीते कुछ समय में दोनों देशों की ओर से कई ऐसे संकेत मिले हैं जिन्हें देख लगता है कि, दोनों देशों के बीच कुछ बात बन सकती है. डोनाल्ड ट्रंप अपने बयानों में लगातार ये कहते नजर आए हैं कि ट्रेड डील पर बात सही ट्रैक पर आगे बढ़ रही है और ये जल्द पूरी होगी. तो वहीं भारत की ओर से भी समझौते पर बात आगे बढ़ने के संकेत दिए जाते रहे हैं. अब अगले हफ्ते भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण पर बात फाइनल करने के उद्देश्य से अमेरिकी अधिकारियों की टीम भारत आने वाली है, जिसे लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में दोनों देशों के बीच बात बन सकती है.

तीन दिन तक चलेगी मैराथन बैठक

इस संबंध में आई रिपोर्ट्स की मानें तो भारत-अमेरिका ट्रेड डील को अंतिम रूप देने के लिए अगले चरण की बातचीत के लिए आने वाली अमेरिकी टीम का नेतृत्व उप-संयुक्त राज्य व्यापार प्रतिनिधि (USTR) रिक स्वित्जर करने वाले हैं. ये तीन दिवसीय बैठक 10 दिसंबर को शुरू होगी और 12 दिसंबर को समाप्त होगी. इसमें ट्रेड डील को लेकर अटके तमाम मुद्दों पर बात के साथ ही भारत पर लगाए गए अमेरिकी टैरिफ में कटौती पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.

16 सिंतबर को भी आए थे US अधिकारी

गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बीते अगस्त महीने में रूसी कच्चा तेल खरीदने को लेकर भारत पर लागू 25% रेसिप्रोकल टैरिफ को दोगुना करके 50% किया गया था और तभी से दोनों देशों के बीच जारी ट्रेड डील पर बात आगे नहीं बढ़ सकी थी. हालांकि, इसके बाद सितंबर महीने में ये फिर से ट्रैक पर नजर आई, जब अमेरिकी अधिकारियों ने 16 सितंबर को भारत का दौरा किया था और ट्रेड डील पर बात की थी. रूसी तेल को लेकर हाई टैरिफ लगाने के बाद से ये अमेरिकी अधिकारियों का दूसरा भारत दौरा होगा.

डील को लेकर अब तक ये पॉजिटिव सिग्नल

भारत-US ट्रेड डील को लेकर अब तक मिले पॉजिटिव सिग्नल पर नजर डालें, तो न सिर्फ अमेरिका, बल्कि भारत से भी मिले हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों अपने एक बयान में यहां तक कह दिया था कि, ‘जल्‍द ही हम अच्‍छी डील लॉक करने रहे हैं.’ तो दूसरी ओर बीते सितंबर महीने में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी व्यापार वार्ता के आगे बढ़ने की बात की थी. इसके अलावा वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने भी हाल ही में कहा था कि भारत को इस साल ही अमेरिका के साथ एक व्यापार समझौते पर पहुंचने की उम्मीद है, जिससे भारतीय निर्यातकों के लाभ के लिए टैरिफ मुद्दे का समाधान हो जाएगा.

Tariff कटौती के भी मिले संकेत

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील (India-US Trade Deal) को लेकर चर्चा फरवरी महीने में शुरू हुई थी और अब तक छह दौर की बातचीत पूरी हो चुकी है, लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. हालांकि, दोनों ही ओर से अच्छे संकेत लगातार मिल रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कई ब्रोकरेज फर्म भारत पर लागू अमेरिका के 50% टैरिफ में कटौती का अनुमान भी जाहिर कर रहे हैं. बीते दिनों नोमुरा (Nomura) ने अपने नोट में कहा था कि अमेरिका-भारत के बीच व्यापार समझौते को लेकर दोनों पक्षों की ओर से सकारात्मक संकेत मिले हैं. इस समझौते पर जल्द ही साइन कर दिए जाएंगे और भारत पर टैरिफ 20 फीसदी के आसपास तय किए जाएंगे. ब्रोकरेज ने भी दोनों देशों के बीच ट्रेड डील इस साल के अंत तक होने की उम्मीद जताई थी.

क्या है ट्रेड डील का लक्ष्य? 

भारत-अमेरिका ट्रेड डील के लक्ष्य की बात करें, तो दोनों देश 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान में 191 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना चाहते हैं. रिपोर्ट की मानें तो भारत के कुल वस्तु निर्यात में अमेरिका का योगदान करीब 18 फीसदी, आयात में 6.22 फीसदी और कुल वस्तु व्यापार में 10.73 फीसदी है. भारतीय निर्यातकों के मुताबिक, दोनों देशों के बीच ये समझौता बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि 50% टैरिफ लागू होने के बाद अक्टूबर में लगातार दूसरे महीने अमेरिका को भारत का निर्यात घटा है. यह 8.58 फीसदी कम हुआ है.

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