रायपुर. यदि आप भी जरा फ़िल्मी मिजाज के हैं तो यह जानकारी आपको खूब पसंद आएगी. क्या आपने कभी सोचा है कि हीरो-हीरोइन और विलेन के कपड़ों का फिल्म शूट होने के बाद क्या होता है. आखिर ये कपड़े कहाँ जाते हैं. क्या आपने किसी फिल्म के अभिनेताओं के कपड़े कभी दूसरी फिल्म के अभिनेताओं को पहने देखा है. नहीं न, इस बार कोशिश करके देखिएगा. आपको जरुर दिख जायेगा. मगर किसी और चोली में कोई और घाघरा. मतलब मिक्स एंड मैच प्रोसेस के तहत कपड़े बदलकर यूज होते हैं.

हर पुराने कपड़े दूसरी फिल्म में यूज हों यह जरुरी भी नहीं होता. फिल्म शूटिंग ख़त्म होने के बाद सारा साजो-सामान प्रोडक्शन हाउस पहुंचा दिया जाता है. लीड एक्टर्स को कभी पुराने कपड़े नहीं पहनाये जाते. अब आप जरा ये भी सोच लीजिये कि मस्तानी का शानदार लहंगा आखिर गया कहाँ? पद्मावत फिल्मों के कपड़ों का क्या हुआ? एक-एक फिल्म में होरो-हीरोइन और विलेन ढेरों कपड़े बदलते हैं. कई बार ऐसा भी होता है कि एक्टर पर्सनली डिजाइनर के साथ शॉपिंग पर जाते हैं. वो भले ही अपने पसंद का खरीद लें लेकिन आखिरकार कॉस्ट्यूम को जाना प्रोडक्शन हाउस की पेटी में ही है. कई बार वो लुक में अपनी पर्सनल वॉडरोब से भी कुछ चीज़ें जोड़ लेते हैं.

अगर कोई स्टार फिल्म से जुड़ी याद के तौर पर कोई कपड़ा रखना चाहता है, तो उसे वो करने की इजाज़त होती है. लेकिन जब किसी फिल्म के लीड स्टार को सेलेब्रिटी डिज़ाइनर स्टाइल करता है, तो वो सारे कपड़े अपने साथ लेकर जाता है. ये सब फिल्म के प्रोडक्शन बजट में जुड़ा होता है. इस पर कोई जवाब-तलब नहीं होता. अगर कोई बड़ा फैशन डिजाइनर एक्टर को स्टाइल करता है तो वो सारे कपड़े डिजाइन करने के साथ उसे अपने साथ लेकर भी जाता है. कई बार बड़े सितारों के पहने हुए कपड़े नीलाम भी कर दिए जाते हैं. नीलामी से आई रकम जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दान कर दिया जाता है. इसे ही अंग्रेजी में चैरिटी कहते हैं. लेकिन ये कुछ गिने-चुने मामलों में ही होता है.