जब सेक्स की बात आती है, तो यह केवल संभोग के बारे में नहीं है, यह उस क्षण तक निर्माण करने के बारे में है जब तक कि आप चरमोत्कर्ष नहीं पहुंच जाते. हालांकि महिलाओं को चरमोत्कर्ष तक पहुंचने में समय लगता है. यही कारण है की बहुत सी महिलाएं ऐसी होती हैं जो ऑर्गेज्म प्राप्त नहीं कर पाती. पुरुष आसानी से चरमोत्कर्ष तक पहुंच जाते हैं. हालांकि, ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप किसी महिला या पुरुष को कामोन्माद की ओर ले जा सकते हैं. इसमें से एक तरीका है ओरल सेक्स.
ओरल सेक्स (Oral sex) यानी मुख मैथुन फोरप्ले (For play) का एक हिस्सा है और बेहद नॉर्मल है। इसमें एक साथी को प्रसन्न करने के लिए जननांग क्षेत्र को चूमना या चाटना (Kissing Or Licking) शामिल है. हालांकि, कई विशेषज्ञों का मानना है कि ओरल सेक्स कई गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर का कारण बन सकता है.
एक्सपर्ट्स की माने तो ओरल सेक्स के दौरान संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि दोनों पार्टनर्स आपस में कई तरह के फ्लूइड्स एक्स्चेंज करते हैं वो भी बिना किसी प्रोटेक्शन के. ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) ओरल सेक्स के दौरान फैल सकता है, जिससे कैंसर की संभावना बढ़ जाती है. सीडीसी (CDC) के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में, एचपीवी सबसे आम यौन संचारित वायरस है.
क्या ओरल सेक्स वाकई बढ़ाता है कैंसर का जोखिम
2007 में न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने बताया कि जो लोग कम से कम छह अलग-अलग पार्टनर के साथ ओरल सेक्स करते हैं, उनमें गले के कैंसर के विकास का काफी अधिक जोखिम होता है. टीम ने 100 रोगियों की भर्ती की, जिन्हें हाल ही में ऑरोफरीन्जियल कैंसर का पता चला था.
इन बातों का रखें ख्याल
- ओरल सेक्स के दौरान डेंटल डैम्स या कंडोम का इस्तेमाल करें
- अपने सेमिनल फ्लूइड और वैजनल फ्लूइड पर काबू करें
- मौखिक स्वच्छता का पालन करें, होंठ पर घाव, मसूड़ों से खून बहने आदि होने पर इससे दूर रहें
- नियमित रूप से हेल्थ चेक-अप कराएं