सत्यपाल सिंह,रायपुर। देश भर में कोरोना वायरस के मरीज फिर बढ़ने लगे हैं. जिससे कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है. छत्तीसगढ़ में तीसरी लहर से पहले क्या कुछ तैयारी है ? इसे लेकर आईएमए सदस्य और हॉस्पिटल बोर्ड के प्रदेशाध्यक्ष डॉक्टर राकेश गुप्ता ने कहा कि सभी मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना कर दी गई है. जिससे ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी. बिस्तर की संख्या में वृद्धि की गई है. बच्चों के मद्देनजर शिशु रोग विशेषज्ञों को लगातार प्रशिक्षण दी जा रही है. बच्चों के लिए आईसीयू बेड की तैयारी जारी है.
आईएमए सदस्य और हॉस्पिटल बोर्ड के प्रदेशाध्यक्ष डॉक्टर राकेश गुप्ता ने कहा कि देश के कई राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. देश में औसतन 40 हजार मरीज मिल रहे हैं, लेकिन इसको अभी तीसरी लहर के रूप में नहीं देख सकते और तीसरी लहर कहना भी अतिश्योक्ति होगा.
छत्तीसगढ़ में तीसरी लहर की तैयारी को लेकर डॉक्टर गुप्ता ने कहा कि बिस्तरों की संख्या में वृद्धि की गई है. छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन भरपूर है. लगभग सभी मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं. बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर अलग से हॉस्पिटल तैयार किया जा रहा है. कुछ तैयार भी हो गया है. शिशु रोग विशेषज्ञों को प्रोटोकॉल के मुताबिक प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है. इस पर विचार विमर्श भी की जा रही है.
कोरोना की पहली लहर में बरती गई लापरवाही और दूसरी लहर में पूर्व तैयारी की कमी के कारण प्रदेश में हजारों मरीजों की मौत हुई है. इसके मद्देनजर पूर्व तैयारी की जा रही है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में हैं.
राज्य के सीमाओं में कोरोना चौकसी को लेकर कहा कि राज्य को सीमा सील कर लोगों को रोकना बहुत मुश्किल काम है. रोकने से बहुत सारी समस्याएं होती है. रोड़ पर चौकसी बढ़ी है. छत्तीसगढ़ में आने जाने के लिए बहुत सारे रास्ते हैं. जंगल पहाड़ के रास्ते भी लोग पहुंच जाते हैं. ऐसे में कोरोना ड्रेसिंग और सैंपलिंग ही कारगार है.
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