ऐसा माना जाता है कि जिस व्यक्ति के ग्रह में चंद्रमा अनुकूल होता है वह व्यक्ति अधिक सफल और समृद्ध जीवन जीता है. इसके अतिरिक्त, हिंदू धर्म में चंद्रमा अधिक प्रभावशाली है क्योंकि यह चंद्र कैलेंडर का पालन करता है. हिंदू धर्म में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है. विधि-विधान से चंद्र देव की पूजा करने से भक्त को मानसिक शांति मिलती है. इससे भगवान चंद्रदेव की अपार कृपा प्राप्त होती है. कैलेंडर के अनुसार इस बार मंगलवार को चंद्रदर्शन 3 दिसंबर होंगे. इस पवित्र दिन का धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व है.
धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन लोग व्रत रखते हैं और शाम को चंद्रोदय के बाद ही अपना व्रत खोलते हैं. अमावस्या के बाद चंद्रमा पहली बार रात को अपनी रोशनी से रोशन करता है. फिर इस शुभ अवसर पर चंद्रमा को देखने से मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और खुशी मिलती है. वैज्ञानिक के अनुसार चंद्रमा की रोशनी का शरीर, मस्तिष्क के साथ मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
चंद्र दर्शन का समय, पूजा विधि
मार्गशीर्ष मास की अमावस्या के दूसरे दिन चंद्र दर्शन विशेष रूप से किया जाता है. कैलेंडर के मुताबिक 3 दिसंबर को पवित्र चंद्रमा का दीदार होगा. इस तिथि पर चंद्र दर्शन का शुभ समय शाम 5:24 बजे से शाम 6:56 बजे तक रहेगा. चंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए “ओम सोमाय नमः” मंत्र का जाप करें. मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा के लिए यह मंत्र बहुत फायदेमंद साबित होता है. चंद्र दर्शन की पूजा में चंद्रमा को खीर, सफेद मिठाई या चावल का भोग लगाएं.
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