धार्मिक ग्रंथों के अनुसार चंद्र दर्शन की परंपरा सदियों पुरानी है। इसका धार्मिक, आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही संदर्भों में महत्व है। इस दिन पूजा और व्रत करने से मानसिक शांति, समृद्धि और सफलता मिलती है। इसलिए इस शुभ दिन पर चंद्र दर्शन का लाभ अवश्य उठाएं। इस बार ये तारीख कब आने वाली है इसकी बात करें तो नए साल का चांद का दीदार 1 जनवरी को होगा।

हिंदू धर्म में चंद्रदेव को मन का कारक माना जाता है। कई मन्नतों में चांद देखने के बाद ही मन्नत पूरी होती है। चंद्र दर्शन वाले दिन व्रत रखें और शाम को चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत खोलें। धार्मिक ग्रंथों में चंद्रमा को शांति, समृद्धि और मानसिक संतुलन का प्रतीक बताया गया है। चंद्र दर्शन का शुभ दिन हर महीने की अमावस्या के दूसरे दिन पड़ता है।

चंद्रमा पहली बार रात को अपनी रोशनी से रोशन करता है। इसलिए इस शुभ अवसर पर चंद्रमा को देखने से मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है। जहां तक ​​वैज्ञानिक पद्धति की बात है तो चंद्रमा की रोशनी का मन और शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पौष मास की अमावस्या के दूसरे दिन विशेष रूप से चंद्र दर्शन किया जाएगा। चंद्र दर्शन का शुभ समय बुधवार 1 जनवरी 2025 को शाम 5:02 से 6:54 तक रहेगा.