नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने सौरभ भारद्वाज के घर ईडी की रेड को लेकर मोदी सरकार और भाजपा पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि मोदी जी की फर्जी डिग्री से देश के लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सौरभ भारद्वाज के यहां ईडी की रेड हुई है. जब एक आरटीआई कार्यकर्ता ने मोदी जी की डिग्री दिखाने को कहा तो दिल्ली यूनिवर्सिटी डिग्री दिखाने से इन्कार कर हाईकोर्ट चली गई. आखिर यह कैसी यूनिवर्सिर्टी है, जिसे इस बात का गर्व नहीं है कि देश के प्रधानमंत्री उसके पूर्व छात्र हैं. जिस समय का यह केस बताया जा रहा है, उस समय सौरभ भारद्वाज मंत्री ही नहीं थे, यह पूरा केस ही झूठा है.

मंगलवार को ‘‘आप’’ मुख्यालय पर प्रेस वार्ता कर आतिशी ने कहा कि यह छापेमारी पूरी तरह से फर्जी है और इसका मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर सोमवार से देशभर में चल रही चर्चा से ध्यान भटकाना है. आतिशी ने बताया कि एक आरटीआई कार्यकर्ता ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) से आदेश प्राप्त किया था कि दिल्ली यूनिवर्सिटी को मोदी की डिग्री दिखानी होगी, लेकिन यूनिवर्सिटी ने ऐसा नहीं किया और सीआईसी के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट चली गई.
आतिशी सवाल उठाया कि अगर दिल्ली यूनिवर्सिटी को इस बात पर गर्व नहीं है कि देश के प्रधानमंत्री उनके छात्र थे, तो यह कैसी यूनिवर्सिटी है? आतिशी ने उदाहरण दिया कि जब रेखा गुप्ता दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं, तो दिल्ली यूनिवर्सिटी ने उन्हें बुलाकर सम्मानित किया, क्योंकि उनकी छात्रा मुख्यमंत्री बनी. इसी तरह, जब वह खुद मुख्यमंत्री थीं, तो सेंट स्टीफंस कॉलेज और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने उनकी उपलब्धि को गर्व के साथ प्रचारित किया. लेकिन दिल्ली यूनिवर्सिटी मोदी जी की डिग्री को छुपाना चाहती है, जिससे देश में सवाल उठ रहे हैं.
आतिशी ने दावा किया कि मोदी जी की डिग्री पर हो रही चर्चा को दबाने के लिए सौरभ भारद्वाज के घर पर फर्जी ईडी रेड कराई गई. उन्होंने कहा कि यह केस पूरी तरह से बेबुनियाद है, क्योंकि जिस समय का मामला (2018-19 में दिल्ली के 24 अस्पताल निर्माण परियोजनाओं का) बताया जा रहा है, उस समय सौरभ भारद्वाज मंत्री ही नहीं थे. वह दो साल बाद मंत्री बने. आतिशी ने इसे हास्यास्पद करार देते हुए तुलना की कि यह ऐसा है जैसे कोलगेट स्कैम, 2जी स्कैम, कॉमनवेल्थ गेम्स स्कैम या सीएनजी फिटनेस स्कैम जैसे कांग्रेस के समय के मामलों में मोदी जी या रेखा गुप्ता पर रेड डाल दी जाए.
आतिशी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि “आप” ने आज तक एक रुपये का भ्रष्टाचार नहीं किया और न ही करेगी. उन्होंने सत्येंद्र जैन का उदाहरण दिया, जिन पर भी फर्जी केस में रेड हुई और सालों बाद सीबीआई और ईडी को क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करनी पड़ी, क्योंकि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला. आतिशी ने कहा कि भाजपा की हर साजिश नाकाम हुई है और आगे भी होगी. उन्होंने भाजपा के भ्रष्टाचार के दावों को खारिज करते हुए कहा कि अगर सौरभ भारद्वाज पर गैर-मंत्री रहते रेड हो सकती है, तो क्या भाजपा पुराने घोटालों के लिए मोदी जी या रेखा गुप्ता पर रेड डालेगी? यह छापेमारी केवल ध्यान भटकाने और “आप” को डराने की साजिश है, लेकिन “आप” डरने वाली नहीं है.
आतिशी ने एक्स पर कहा कि आज सौरभ जी के यहां रेड क्यों हुई? क्योंकि पूरे देश में मोदी जी की डिग्री पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या मोदी जी की डिग्री फर्जी है? इस चर्चा से ध्यान हटाने के लिए ही रेड डाली गई है. जिस समय का केस बताया जा रहा है, उस समय सौरभ जी मंत्री भी नहीं थे. यानी पूरा केस ही झूठा है. सत्येंद्र जी को भी तीन साल जेल में रखकर आखिरकार सीबीआई और ईडी को क्लोज़र रिपोर्ट देनी पड़ी. इससे साफ़ है कि आम आदमी पार्टी के नेताओं पर लगाए गए सारे केस सिर्फ झूठे और राजनीति से प्रेरित हैं.