रामेश्वर मरकाम, धमतरी। निजी स्कूलों की मनमानी लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन सरकार इनकी मनमानियों पर विराम लगाने में नाकाम साबित हुई है। यही वजह है कि आए दिन निजि स्कूलों को लेकर कोई न कोई शिकायत मिलती रहती है। ऐसा ही एक मामला धमतरी जिले में आया है जहां एक निजी स्कूल द्वारा एक तुगलकी फरमान जारी कर पालकों से हलफनामा भरवाया जा रहा है। जिसकी वजह से पालकों में रोष है।

मामला शहर के सर्वोदय स्कूल का है जहां स्कूल प्रबंधन ने पालको से एक हलफनामा भराया है जिसमे लिखा गया है कि उनके बसों से स्कूल आने वाले बच्चो को अगर बच्चों को कुछ होता है तो वे उनकी जिम्मेदारी नहीं होगी बल्कि उसकी पूरी जिम्मेदारी पालक की होगी। अब ऐसे मे सवाल उठना लाजमी है कि जिसके भरोसे पालक अपने जिगर के टुकड़ो को स्कूल भेज रहे हैं वे ही हिफाजत करने से अपनी हाथ खींच रहे हैं। तो क्या पालको को ही बच्चो की सुरक्षा के बस में  रोजाना सफर पड़ेगा ।

दरअसल शहर का यह सर्वोदय स्कूल अपने कारनामो के चलते विवादो मे रहा है और स्कूल प्रबंधन की कई मामलों को लेकर शिकायत हो चुकी है। इसके बाद भी विभाग स्कूल प्रबंधन के उपर इतना मेहरबान क्यों है समझ से परे है। पालको का कहना है कि उनके बच्चो की सुरक्षा स्कूल प्रबंधन नहीं करेगा तो आखिर कौन करेगा । जबकि स्कूल प्रशासन बच्चो को लाने और ले जाने के लिये अपनी बसो का इस्तेमाल करते हैं और वे इसके एवज मे बकायदा एक मोटी रकम स्कूल को अदा करते हैं।

      एबीवीपी करेगी मामले की शिकायत

इस मामले के संज्ञान में आने के बाद अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के नेता शुभम जयसवाल ने जिला प्रशासन से शिकायत कर कार्रवाई की मांग करने की बात कह रहे है । उनका कहना है कि ये हलफनामा बिलकुल भी नियम के अनुरूप नही है और  प्रबंधन अपनी लापरवाही छुपाने के लिए किया है जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

बहरहाल इस मसले को डीईओ और आरटीईओ अफसर व जिला प्रशासन ने भी बेहद गंभीर और गलत बताया  है वही स्कूल प्रबंधन को नोटिस तामील कर जवाब मांगेंगे और जांच के बाद दोषी पाए जाने पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिला रहे है। अब देखने वाली बात ये होगी की बच्चो के सुरक्षा से खिलवाड करने वाले स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई होती है की नही या फिर प्रशासन जांच के नाम पर महज रस्मअदायगी निभा कर भूल जायेगी।