हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्यप्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिकायतों के निराकरण के लिए हर विभाग में जन सुनवाई की व्यवस्थाएं की है। इंदौर पुलिस आयुक्त कार्यालय में भी हर मंगलवार को सुबह 11 से दोपहर एक बजे तक जनसुनवाई की जाती है। सुनवाई में बड़ी संख्या में शिकायतकर्ता पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचते हैं लेकिन पुलिस आयुक्त कार्यालय में सुबह 11 बजे तक कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं थे।
इसके पहले भी lalluram.com ने खबर को प्रमुखता से उठाया था कि जनसुनवाई में शिकायतकर्ता पहुंचकर अधिकारियों का इंतजार करते नजर आते हैं लेकिन अधिकारी अपनी आरामदायक कुर्सियों को छोड़कर दफ्तर की जनसुनवाई में नहीं पहुंचते हैं। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि मुख्यमंत्री शिवराज के सपनों का शहर इंदौर में किस प्रकार से जनसुनवाई की जा रही और अधिकारी अपनी मनमानी करते नजर आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री के निर्देशन में सभी शासकीय विभागों में जनसुनवाई का प्रावधान किया गया है। इसमें संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और संबंधित कर्मचारी मौजूद रहते हैं, लेकिन पुलिस विभाग में पिछले कई दिनों से जनसुनवाई में अधिकारियों की कुर्सियां खाली नजर आ रही हैं और शिकायतकर्ता अपनी शिकायतें लेकर खाली टेबलों पर अधिकारियों का इंतजार करते नजर आ रहे हैं।
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