समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल को योगी सरकार की तारीफ करना भारी पड़ गया. सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पूजा पाल के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया और उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया. जिसकी जानकारी एक पत्र के माध्यम से दी गई थी. सपा का यह एक्शन चर्चा का विषय बना हुआ है. साथ ही पक्ष और विपक्ष के बीच अब केवल मतभेद ही नहीं मनभेद होने की बात को उजागर कर रहा है. जहां एक पार्टी का नेता अगर दूसरे पार्टी के किसी कार्य की तारीफ कर दे तो उसे पार्टी से खदेड़ने की नौबत आ सकती है. अब सपा महासचिव नेता शिवपाल सिंह यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है.

मीडिया को संबोधित करते हुए शिवपाल ने कहा कि पूजा पाल समाजवादी पार्टी से विधायक थीं. साइकिल चुनाव चिह्न से चुनाव लड़ा था तो उनको अनुशासन में रहना चाहिए था. जो हाल केशव प्रसाद मौर्य का हुआ अब वही पूजा पाल का भी होगा. जैसे केशव कहीं से चुनाव नहीं जीत पाए, पूजा भी अब नहीं जीत पाएंगी.

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बता दें कि यूपी विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान चायल से विधायक पूजा पाल को ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ पर 24 घंटे चली मैराथन चर्चा को संबोधित करते हुए योगी सरकार की कानून व्यवस्था और जीरो टॉलरेंस नीति की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि जीरो टॉलरेंस जैसी नीतियां लागू करके सीएम योगी ने मुझ जैसी कई महिलाओं को न्याय दिलाया। इन नीतियों की वजह से ही अतीक अहमद जैसे अपराधी मारे गए। सब जानते हैं कि मेरे पति की हत्या किसने की..