रायपुर। प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल की गिनती बेहद संवेदनशीन और जिंदादिल नेताओं में होती है. अपने जानने और पहचानने वालों से उनका रिश्ता अभी भी किसी मुख्यमंत्री के तरह नहीं बल्कि सत्ता में आने से पहले की तरह ही है. और जब वे अपने विधानसभा क्षेत्र पाटन जाते हैं तो क्षेत्र व वहां की जनता के साथ उनका आत्मीय लगाव नजर आ ही जाता है. बगैर कुछ कहे उनका जनता के साथ रिश्ता और वो प्यार दिखता है जैसे कोई पुराना रिश्ता हो उनसे.
ऐसे ही कई भावुक पल रविवार को पाटन में देखने को मिले जब गांधी विचार पदयात्रा के दौरान सीएम भूपेश बघेल से मिलने एक बुजुर्ग महिला पहुंची और उन्हें अपने गले से लगा लिया. भूपेश बघेल भी उस क्षण भावुक हो गए और उन्होंने भी एक बेटे की तरह उस महिला को गले लगा लिया. महिला ने कहा बेटा तुम्हारे मुख्यमंत्री बनने से मैं बहुत खुश हूं तुमको हृदय से आशीर्वाद है. ‘मां-बेटे’ के मिलन के इस पल को जिसने भी देखा वो भी बेहद भावुक हो गया. सीएम भूपेश को बेहद नजदीक से जानने वाले लोगों का कहना है कि हाल ही में उनकी मां बिन्देश्वरी बघेल का देहांत हुआ है वे उनसे बेहद प्यार करते थे, वो उस बुजुर्ग महिला से बिल्कुल अपनी मां की तरह ही मिले.
दूसरी तस्वीर पदयात्रा के दौरान की है जब एक महिला अपने बच्चे शिवम देवांगन को गोद में लेकर खड़ी थी. सीएम भूपेश की जैसे ही नजर उन पर पड़ी तो उनके कदम उसी ओर बढ़ गए और उन्होंने उस नन्हे बच्चे को अपने लेकर उसे पुचकारा. ऐसी ही एक तस्वीर सीएम हाउस में भी देखने को मिली थी जब उनके जन्मदिन के दिन देखने को मिला था जब आदिवासियों का एक दल सीएम से मुलाकात करने पहुंचा था. उस दल में भी एक युवती अपने छोटे दुध मुंहे बच्चे के साथ पहुंची थी. सीएम ने उस बच्चे को भी इसी तरह अपने हाथों पर उठा लिया था.
एक अच्छे राजनेता को ऐसे ही भावुक और संवेदनशील होना भी जरुरी है, तभी वह जनता के दुख और तकलीफों को समझ सकता है. इसके साथ ही उसका अपनी जनता के साथ इसी तरह के आत्मीय संबंध भी होने चाहिए. जिसका मौजूदा दौर में सर्वथा अभाव नजर आता है.