सुकमा। तेंदूपत्ता बोनस तिहार के लिए मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह आज छिंदगढ़ में हैं. आज 4 वनमंडलों के तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस दिया जा रहा है. सीएम रमन सिंह ने कहा कि जब मैंने सुकमा को जिला बनाया, तो कई लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा कि कईयों को आशंका थी कि नक्सल प्रभावित सुकमा में भला कौन एसपी आएगा, कलेक्टर आएगा या फिर अन्य अधिकारी आएंगे. लेकिन इन 10 सालों में यहां जो विकास हुआ, उसने लोगों की आंखें खोल दीं.

सीएम रमन ने कहा कि जिला बनने के बाद सुकमा ने खूब विकास किया. इन 10 सालों में सुकमा की तस्वीर बदल गई और यहां कई विकास कार्य हुए. उन्होंने कहा कि सुकमा के विकास पर जिन्हें संशय था, मैं अब उन लोगों को वहां ले जाना चाहता हूं, ताकि वे भी वहां के विकास को देख सकें.

सीएम रमन सिंह ने कहा कि आज सुकमा के लोगों के चेहरे पर जो खुशी है, वो मैंने पहले नहीं देखी. पहले यहां के लोगों को धान का बोनस दिया गया और अब तेंदूपत्ता का बोनस दिया जा रहा है. उन्होंने सुकमावासियों से कहा कि अब पूरा प्रशासन आपके पास मौजूद है, अब आप लोगों को अपना काम कराने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है.

दिल्ली में बैठकर यहां को नहीं समझ सकते

मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि दिल्ली में बैठकर सुकमा के विकास की कल्पना नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सुकमा के लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए तेंदूपत्ता बोनस दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों के परिवार की पूरी मदद करेगी. उनके बच्चों की पढ़ाई में भी मदद करेगी. उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ आधारभूत संरचना में भी सुकमा ने काफी विकास किया है.

विकास का उदाहरण है सुकमा- सीएम

सीएम रमन सिंह ने कहा कि सुकमा विकास का उदाहरण है. उन्होंने 2018 तक हर घर में बिजली पहुंचाने के लक्ष्य का भी जिक्र किया.

बता दें कि सुकमा और बस्तर (जगदलपुर) जिलों की 34 समितियों के कुल 88 हजार 825 संग्राहकों को सीएम ने बोनस बांटा. मुख्यमंत्री ने सुकमा वन मंडल के 55 हजार 448, जगदलपुर वनमंडल के 33 हजार 377 तेन्दूपत्ता संग्राहकों को ऑनलाइन बोनस दिया. मुख्यमंत्री ने छिंदगढ़ में आयोजित बोनस तिहार में सुकमा जिले के विकास के लिए लगभग 231 करोड़ रूपए के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास किया. इनमें से पूरे हो चुके चार निर्माण कार्यों का उनके हाथों लोकार्पण भी हुआ, जिनकी लागत 24 करोड़ 44 लाख रूपए है. डॉ. रमन सिंह ने 206 करोड़ 61 लाख रूपए के 29 नए स्वीकृत निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास भी किया.