पेरेंट्स बनना किसी भी महिला और पुरुष के जीवन का सबसे बड़ा सुख होता है. जब, बेटा या बेटी आपको मम्मी-पापा बुलाते हैं, लगता है मानो जीवन में सबकुछ मिल गया. पेरेंट्स बनने के बाद जीवन पूरी तरह से बदल जाता है. लाइफ खुशियों से भर जाती है। मगर, इस दौरान पेरेंटिंग की कई चुनौतियां आती हैं. जब बच्चा बैठना, घूटनों के बल चलना शुरू करता है। लगता है कहीं गिर न जाए। चोट न लग जाए। जब बच्चा बेड पर हो तो पूरा ध्यान इस बात की ओर होता है कहीं वो खेलते-खेलते नीचे गिर जाए। अगर आप भी अपने शिशु के बेड से गिरने पर इसी तरह परेशान हो जाते हैं और तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाते हैं तो उससे पहले इस लेख को आखिर तक जरूर पढ़ें. बच्चे के बेड से गिरने पर कब डॉक्टर के पास जाएं? 

बेहोश होने पर
बेड से गिरने के बाद अगर बच्चा कुछ पल के लिए भी बेहोश हो तो यह खतरे का संकेत हैं। इसे अनदेखा न करें। बेहोशी सिर में गंभीर चोट या कंस्यूशन हो सकता है। तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए. 

उल्टी होने पर
बेड से गरने के बाद अगर बच्चा उल्टी करता है तो इस संकेत को भी नजरअंदाज न करें। बार-बार उल्टी होना सिर की चोट का संकेत हो सकता है.

दौरा पड़ना
बेड से गिरने के बाद बच्चे को किसी भी तरह का दौरा पड़ता है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इस दौरान अगर, नाक या कान से खून आने की समस्या हो तो इसे भी इग्नोर न करें। अगर, हल्की सी सूजन भी दिखाई दे या खून निकलना और ज्यादा सूजन होना गंभीर चोट लगने का संकेत हो सकता है। इन्हें नजरअंदाज न करें.