रायपुर। अपने मुखर और प्रखर अंदाज के लिए मशहूर भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय भी आज उस समय थोड़े चकित रह गए जब गिरौदपुरी के मंच पर उनके साथ जीवन का एक सबसे यादगार पल सामने आ गया. दरअसल 6 नवंबर का दिन नंदकुमार साय के लिए सबसे खास दिनों में से एक रहा. रहना भी स्वभाविक था क्योंकि जब राष्ट्रपति खुद साय को अपने पास खींचकर बगल में ले आए तो इससे अच्छा क्या होगा.
नंदकुमार साय के साथ गिरौदपुरी के मंच पर ऐसा ही कुछ हुआ. ये वाकया तब हुआ जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपना भाषण खत्म कर भाजपा के नेताओं से मिल रहे थें. मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह राष्ट्रपति के साथ खड़े थे. मिलने वालों में कुछ नेता सामने से आकर राष्ट्रपति का स्वागत कर रहे थें, तो कुछ राष्ट्रपति के कुर्सी के पीछे लाइन में लगे थे. इसी पंक्ति में राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय भी खड़े थे. तभी पीछे की ओर राष्ट्रपति ने अपनी नज़र घुमाई. रामनाथ कोविंद की नजर दूर लाइन में खड़े साय पर पड़ी. वे उन्हें बुलाकर अपने करीब लाए. फिर पीछे से ही हाथ पकड़कर अपने बगल में ले ले आए. इस दौरान साय खिलखिलाकर हंस रहे थे और थोड़े समय के लिए कुछ असहज हो गए थे. राष्ट्रपति उन्हें हाथ मिलाकर बात करते रहे. इसी दौरान राष्ट्रपति का स्वागत करने के लिए सामने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक और भाटापारा विधायक शिवरतन शर्मा गुलदस्ता लेकर खड़े थे. लेकिन राष्ट्रपति साय से ही बात कर मिलते रहे. 5 मिनट तक राष्ट्रपति और साय साथ रहे.