अमृतसर। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए 20 फरवरी को वोटिंग खत्म हो गई. राज्य में 64.48 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला. इस दौरान लगभग सभी दिग्गजों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वोटिंग के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और उनके प्रतिद्वंद्वी अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया का आमना सामना हो गया. दरअसल अकाली नेता मजीठिया और सिद्धू अमृतसर ईस्ट सीट पर आमने-सामने चुनावी मैदान में उतरे हैं. चुनावी लड़ाई के दौरान सिद्धू और मजीठिया दोनों ने एक-दूसरे पर कई बड़े आरोप लगाए, लेकिन जब दोनों का आमना-सामना हुआ, तो दोनों एक-दूसरे के साथ विनम्रता से पेश आए और एक-दूसरे का हालचाल जाना. जानकारी के अनुसार, जब सिद्धू शहर के वेरका इलाके में बने बूथ में प्रवेश कर रहे थे, तो उन्हें मजीठिया प्रवेश द्वार से बाहर निकलते हुए मिल गए और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का अभिवादन किया.

लोग चाहते हैं कि कांग्रेस दोबारा सत्ता में आए : पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी

 

मजीठिया ने बीजेपी उम्मीदवार को लगाया गले

इसके बाद मजीठिया की मुलाकात नौकरशाह से नेता बने जगमोहन सिंह राजू से भी हुई, जो अमृतसर पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं. इस दौरान दोनों ने गर्मजोशी से मुलाकात की. राजू और मजीठिया ने एक-दूसरे को गर्मजोशी से गले लगाया. इसके बाद भाजपा नेता ने भी अकाली नेता के कंधे पर हाथ रखा और दोनों ने कुछ मिनटों तक बातचीत की. इसके अलावा पंजाब के मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राज कुमार वेरका और आप नेता और पार्टी उम्मीदवार कुंवर विजय प्रताप सिंह ने भी एक मतदान केंद्र पर एक-दूसरे से मुलाकात की.

Punjab Election: मजीठिया के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने भी जरूरत पड़ने पर गठबंधन की कही बात, पंजाब में त्रिशंकु विधानसभा के आसार

 

10 मार्च को मतगणना

अब 10 मार्च को लोगों को नतीजों का इंतजार है. इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा क‍ि भविष्य बताने वालों को छोड़कर कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता कि पंजाब में क्या होगा. यह एक अलग तरह का चुनाव था. उन्होंने कहा कि वे नतीजों को लेकर सकारात्मक हैं. हालांकि पंजाब में त्रिशंकु विधानसभा के सवाल पर उन्होंने कहा क‍ि यह संख्या पर निर्भर करता है. 2-3 दलों की गठबंधन सरकार हो सकती है.