मुंगेली. अब तक आपने नाबालिग लड़के और लड़कियों की शादी कई बार देखी और सुनी होगी, इसके अलावा नाबालिग लड़की के साथ बालिग लड़के की शादी के भी कई मामले सामने आये है, लेकिन इस बीच एक ऐसा चौकाने वाला मामला सामने आया है. जिसे सुन आप भी दंग रह जायेंगे. यह मामला इतना बढ़ गया की जिसे सुलझाने के लिए पुलिस को हस्ताक्षेप करना पड़ा.

हम बात कर रहे है मुंगेली जिले के ग्राम चमड़ा की. जहां महिला बाल विकास के​ अधिकारियों को कवर्धा से सूचना मिली थी कि मुगेंली के ग्राम चमड़ा में नाबालिग की शादी कराई जा रही है. सूचना मिलते ही महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों ने पुलिस के साथ एक सयुक्त टीम गठित की और मौके के लिए रवाना हो गये.

जब यह टीम जब ग्राम चमड़ा के बताये पते पर पहुंची, तो वहां वैवाहिक कार्यक्रम चल रहा था. जिसके बाद इस टीम के सदस्यों ने वर—वधु के परिजनों से पूछताछ शुरू की. पूछताछ के बाद जो बात सामने आई, उसे सुनकर टीम के लोग भी चौक उठे. क्योंकि पूछताछ के दौरान पता चला कि यहां पर जो दुल्हा है उसकी उम्र महज 16 साल है, जबकि दुल्हन की उम्र 23 साल है. जो नाबालिग दुल्हे से दुल्हन की उम्र 7 साल ज्यादा थी. यानि बालिग दुल्हन के साथ नाबालिग दुल्हे की शादी कराई जा रही थी.

बताया जा रहा है कि टिंगईपुर चमारी गांव की रहने वाली 23 वर्षीय युवती का विवाह कवर्धा जिले के रहने वाले एक 16 वर्षीय लड़के के साथ होने जा रहा था. लेकिन पुलिस और बाल विभाग की टीम ने विवाह संपन्न होने के पहले ही मौके पर पहुंच गई और वर-वधु के परिजनों को समझाईश दी. जिसके बाद इस बाल विवाह को रोक दिया गया.

हांलाकि विवाह रोके जाने के बाद भी वहां मौजूद बारातियों को ससम्मान भोजन कराया गया और उसके बाद बराती बिना दुल्हन लिये ही वापिस लौट गये.

बता दे कि इस मामले में लड़की बालिग थी इसलिए उसके पूरे परिवार की काउंसिलंग कराई गई. तब जाकर उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ. वही महिला एवं बाल विकास और मुंगेली पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई की ग्रामीणों ने जमकर तारीफ की. क्योकि यदि समय रहते यह टीम मौके पर नहीं पहुंचती तो यहा नाबालिग दुल्हे के साथ बालिग दुल्हन की शादी हो चुकी होती.