अंकुर तिवारी, धमतरी। धमतरी में 55 साल से निवासरत लोगों को अब तक जमीन का अधिकार नहीं मिला है। वर्षों से स्थायी पट्टा की मांग को लेकर सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट-काट कर थक चुके लोगों ने प्रभारी मंत्री कवासी लखमा से मिलने की आस लेकर उनके पास पहुंचे थे। उसके बाद भी मंत्री लखमा वार्डवासियों से नहीं मिले। आक्रोशित वार्डवासियों ने मंत्री का काफिला रोकने की कोशिश कर उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

मकेश्वर वार्ड पार्षद प्रकाश सिन्हा की अगुवाई में 12 सितंबर को मकेश्वर और विंध्यवासिनी वार्ड के लोग प्रभारी मंत्री कवासी लखमा से मिलने वन विभाग के रेस्ट हाउस पहुंचे। वार्ड के लोगों ने ज्ञापन सौंपने मंत्री से मिलने रेस्ट हाउस के पास इंतजार करते रहे, लेकिन मंत्री वार्डवासियों को अनदेखी कर आगे बढ़ गए। इससे आक्रोशित वार्डवासियों की भीड़ मंत्री के काफिला को सिहावा चौक के पास रोक लिया। ज्ञापन सौंपने और अपनी समस्या सुनने की मांग की, लेकिन वे नहीं रुके। इससे आक्रोशित वार्डवासियों ने मंत्री से इस्तीफे की मांग करते हुए जमकर नारेबाजी की। आक्रोशित वार्डवासियों को पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने रोका। मंत्री के नहीं मिलने पर वार्डवासी राज्य सरकार को भी कोसने से पीछे नहीं हटे।

स्थानीय लोगों ने बताया कि वे मकेश्वर वार्ड में 55-60 वर्षों से कच्चा मकान बनाकर तथा विंध्यवासिनी वार्ड के लोग 25 सालों से रह रहे हैं। नगर निगम में सभी प्रकार के टैक्स पटा रहे हैं। कई बार पट्टा दिलाने की मांग को लेकर कलेक्टोरेट व जनप्रतिनिधियों के पास ज्ञापन सौंपकर मांग कर चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें जमीन का अधिकार नहीं दिया गया है।

यहां के लोगों के पास स्थायी पट्टा नहीं होने के कारण इन परिवारों को शासन की महत्वपूर्ण पीएम आवास योजना का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है। जबकि ये सभी परिवार मिट्टी वाले कच्चे मकान पर रहते हैं। ये सभी परिवार योजना के लिए 100 प्रतिशत पातत्रा रखते हैँ। पट्टा नहीं होने के कारण ये सभी परिवार पीएम आवास योजना से वंचित है। जिला प्रशासन के पास जाते-जाते वार्डवासी अब थक हार गए हैं। जिला प्रभारी मंत्री भी उनकी मांगे व दुखड़ा नहीं सुने, इससे अब उनकी उम्मीदें टूटने लगी है। आक्रोशित वार्डवासियों ने अब जिला प्रशासन के खिलाफ पट्टा नहीं देने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।