शिखिल ब्यौहार, भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद बीजेपी की सरकार बन गई और मुख्यमंत्री भी नियुक्त हो गए। सरकार ने अपना काम करना भी शुरू कर दिया है। मगर इतने दिनों के बाद बीजेपी के एक नेता अपनी पार्टी के विधायक के इतने मुरीद हो गए कि उन्होंने देव दुर्लभ की परिभाषा बताते हुए उनके आचरण से जोड़ दिया। बीजेपी प्रदेश मंत्री लोकेन्द्र पराशर ने नागदा से विधायक डॉ. तेज बहादुर चौहान की ईमानदारी को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है।

‘अब हारे के सहारे कांग्रेसी बेचारे…’: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बने जीतू पटवारी पर BJP ने साधा निशाना, कहा- नाथ की बिसात चौपट करते हुए…

बीजेपी प्रदेश मंत्री लोकेन्द्र पराशर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा-  ऐसे आचरण के कारण हुआ”देव दुर्लभ” शब्द का निर्माण। बात मध्य प्रदेश में संपन्न हुए हाल ही के विधानसभा चुनाव की है। नागदा से डॉ तेज बहादुर चौहान विधायक चुने गए।

स्वाभाविक है चुनाव के लिए पार्टी कुछ आर्थिक सहयोग प्रत्याशियों को करती है। यह जानकर हृदय को अत्यंत गौरव की अनुभूति होती है कि डॉक्टर साहब जैसे कार्यकर्ता पार्टी के मूल में विद्यमान है। चुनाव के बाद वह प्रदेश कार्यालय आए और पार्टी द्वारा प्रदत्त राशि में से एक भाग विनम्रता पूर्वक यह कहते हुए लौटा गए कि इतने पैसे की आवश्यकता मुझे चुनाव में पड़ी ही नहीं।

यूं तो डॉक्टर साहब के क्षेत्र में उनकी बस यात्राओं से लेकर सादगी के अनेक किस्से आमजन से सुने जा सकते हैं। लेकिन आज के राजनीतिक स्वभाव की विडंबनाओ के बीच यदि कोई कार्यकर्ता ऐसी आर्थिक सुचिता का उदाहरण प्रस्तुत करता है, तो निश्चित ही वह कार्यकर्ताओं को भाषण नहीं आचरण से “देव दुर्लभ” बनने की बड़ी प्रेरणा देता है। संगठन के प्रति आपके पवित्र और समर्पित भाव को हम सभी प्रणाम करते हैं डॉक्टर साहब।

मौत का LIVE VIDEO: खाना खाने होटल गए शख्स की हार्ट अटैक से मौत, बेसुध होकर डाइनिंग टेबल पर गिरा 

बता दें कि पार्टी फंड से चुनाव लड़ने के लिए तेज बहादुर सिंह को 20 लाख रुपए मिले थे। चुनाव प्रचार और परिणाम आने तक उन्होंने मात्र 13 लाख रुपये खर्च किए। इसके बाद विधायक चौहान ने ईमानदारी का परिचय देते हुए पार्टी को शेष राशि 7 लाख रुपए भोपाल कार्यालय में वापस लौटा दी। 

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus