हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर में पोस्टमार्टम को लेकर पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस की लापरवाही की वजह से एक्सीडेंट के बाद पहुंची 18 वर्षीय युवक की डेडबॉडी का डॉक्टर ने ड्यूटी टाइम खत्म होने का हवाला देते हुए पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद आला अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

मामला इंदौर जिला अस्पताल का है। राउ इलाके में रहने वाले 18 साल के समीर ठक्कर की केट रोड पर रविवार दोपहर एक्सीडेंट से मौत हो गई थी। मौत के बाद उसकी बॉडी पोस्टमार्टम के लिए इंदौर के जिला अस्पताल लाया गया। लेकिन पुलिस के नहीं पहुंचने की वजह से कागजी कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी। ढाई घंटे तक रोते बिलखते परिजन बॉडी का पीएम कराने इंतजार करते रहे। आखिरकार ढाई घंटे विलंब के बाद पुलिस कर्मी जब जिला अस्पताल पहुंचे तब तक पीएम के लिए मौजूद डॉक्टर भरत वाजपेई का ड्यूटी टाइम खत्म हो गया।

डॉक्टर ने पीएम करने से इंकार कर दिया। डॉक्टर का इंकार सुनकर मृतक के परिजन उनसे पोस्टमार्टम करने की विनती करने लगे। फिर भी जब डॉक्टर नहीं माने तो मृतक के बड़े पिता ने डॉक्टर के पैर पर गिर पड़े लेकिन फिर भी उनका दिल नहीं पसीजा और वे चले गए।

मामले की जानकारी जब जिला अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों को लगी तो उन्होंने जिला प्रशासन से अनुमति लेने के बाद रात 8 बजे शव का पोस्टमार्टम कर रात 8 बजे परिजनों को सौंपा। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस के आला अधिकारी हरकत में और और जांच के आदेश दे दिए हैं।

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