संदीप भम्मरकर, भोपाल। मध्य प्रदेश में निजी अस्पतालों में इलाज के रेट तय करने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कमलनाथ ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब प्रदेश में कोरोना के मामले कम हो गए, अस्पताल और बेड खाली हैं तब सरकार को याद आ रही है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार की नींद हमेशा देर से खुलती है। सरकार को जनता से कोई लेना-देना नहीं।

कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, “शिवराज सरकार की सारी योजनाएं काग़ज़ी ,दिखावटी होकर जनता को इसका कोई लाभ नहीं मिलता है ?
शिवराज सरकार की नींद भी हमेशा देर से ही खुलती है और आग लगने के बाद ये कुआँ खोदने की बात करते है ? कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए प्रदेश में ऑक्सीजन के उत्पादन-आपूर्ति की कोई व्यवस्था नहीं की और जब हज़ारों लोगों की मौत हो गयी , तब नींद से जागे और ऑक्सीजन प्लांट लगाने की घोषणा करने लगे ?”

उन्होंने आगे कहा, “प्रदेश में इलाज- बेड के अभाव में हज़ारों लोगों की मौत के बाद बेड बढ़ाने की बात करने लगे ? रेमड़ेसिविर इंजेक्शन की कोई व्यवस्था नहीं की ,जब इसकी कमी से हज़ारों लोगों की जाने गयी तो व्यवस्था की बात करने लगे ? जब लोगों की जान बचाना थी , बच्चों को बेसहारा होने से रोकना था , तब सोये रहे और बाद में वास्तविक पीड़ितों को लाभ नहीं मिलने वाली काग़ज़ी योजनाओं की घोषणा कर दी ? यही हालत वैक्सीन की भी है ?”

कमलनाथ ने आगे ट्वीट कर कहा, “और अब जब पिछले 3 माह से जनता अस्पतालों की लूट-खसोट का शिकार होती रही , लूटती रही , मदद की गुहार लगाती रही ,तब सोये रहे और अब जब कोरोना के आंकड़े कम हो रहे हैं ,अस्पताल खाली हो रहे हैं  तो सरकार को अस्पतालों के लिए इलाज की गाइडलाइन जारी करने की याद आयी ,बेड-इलाज के  नए रेट तय किये गए ? इसी से समझा जा सकता है  इस सरकार को जनता से कोई लेना-देना नहीं है ?”

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