रायपुर.जलसंसाधन विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने आज अचानक बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के चुचरूंगपुर गांव का दौरा कर वहां चल रहे नहर लाइनिंग के कार्य का निरीक्षण किया.बोरा के साथ उड़नदस्ता दल और गुणवत्ता जांचने वाली मशीन भी साथ में थी,जिसे देखकर फील्ड में काम करा रहे अधिकारियों के होश फाख्ता हो गये.
सोनमणि बोरा ने बलौदाबाजार शाखा वितरक नहर में 30000 मीटर से 36000 मीटर तक के नहर लाइनिंग का निरीक्षण किया और इसके बीच में कुछ जगहों पर खुदाई कराकर निर्माणकार्यों की गुणवत्ता का परीक्षण कराया.उन्होनें दो अलग-अलग स्थानों पर कुल 1030 मीटर नहर लाइनिंग उखड़वाकर देखा,तो पाया कि यहां पर गुणवत्ता के मानकों का ध्यान नहीं रखा गया है.इसलिये उन्होनें इस पूरे काम को नये सिरे से शुरु करने के निर्देश अधिकारियों को दिये.इस दौरान उन्होनें सिंचाई विभाग के कई अधिकारियों को गुणवत्ता में लापरवाही बरतने पर जमकर फटकार लगाई.विभागीय सचिव के सख्त रवैये से अधिकारियों के होश उड़ गये.
निरीक्षण के दौरान बोरा ने डेढ़ किमी स्लीपर एवं लाईनिंग कार्यो में गुणवत्तापूर्वक नहीं होने पर तत्काल तोड़कर बनाने के निर्देश दिये.उन्होनें लाईनिंग कार्यो में कोताही बरतने के कारण उप अभियंता सी.बी.कोरियन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और
कार्यपालन अभियंता संजय दीक्षित, अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन एन.के.पाण्डे को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए.साथ ही उन्होनें मुख्य अभियंता जल संसाधन एस.वी.भागवत को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिये.
सचिव जल संसाधन सोनमणि बोरा ने तिल्दाबांधा से चुचरूंगपुर तक निर्माण कार्यों एवं गत वर्ष के कार्यों का निरीक्षण के दौरान स्लीपर एवं लाईनिंग कार्यों में गुणवत्तापूर्वक नहीं पाए जाने के कारण लगभग डेढ़ किमी के निर्माण कार्यों को तत्काल तोड़कर गुणवत्तापूर्वक निर्माण करने के निर्देश दिए. निरीक्षण के दौरान आर.डी. 30100 मी. से 31100 मी. के मध्य में नहर बेड स्लोप में स्लीपर का निर्माण किया गया था. इन स्थलों पर स्लीपर को तोड़ने पर आसानी से कांक्रीट टूटने पर नाराजगी व्यक्त की. विभागीय मापदण्डों के अनुरूप क्रांकीट कार्य नहीं कराए जाने पर इस स्थल पर पूर्ण लंबाई के स्लीपर को खंडित कर एवं मिट्टी को दबाकर पुनः निर्माण करने के निर्देश दिए. इस तरह आर.डी. 34100 मी. से 34160 मी. के मध्य के स्लोप में दरार पाए जाने पर बाएं साईड के 60 मी. लंबाई को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए. आर.डी. 32700 मी. से 32730 मी. लंबाई पेंच रिपेयर को पुनः निर्माण करने के लिए निर्देशित किया. इसी तरह 32400 मी. के पास की 100 मी. की लाईनिंग में दरार पाए जाने पर 30 मी. की लाईनिंग को खंडित कर पुनः निर्माण और जिन स्थानों पर फिनिशिंग का कार्य गुणवत्तापूर्वक नहीं किए जाने के कारण ठेकेदार मेसर्स रानी सती गु्रप ग्रेनाईट मनेन्द्रगढ़ के विरूद्ध दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए. मेसर्स ए.पी. निर्माण एजेन्सी रायपुर द्वारा आर.डी.36200 मी. के पास मिट्टी को बिना दबाये स्लीपर के निर्माण करने पर तत्काल स्लीपर को खंडित कर पुनःबनाने के लिए निर्देशित किया. सचिव जल संसाधन ने क्वालिटी कंट्रोल से संबंधित अमले को चेतावनी दी कि पारदर्शिता के साथ जांच नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. निरीक्षण के दौरान प्रमुख अभियंता हेमराज कोठारी, मुख्य अभियंता एस.व्ही.भागवत एवं संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।