रणधीर परमार, छतरपुर। मध्य प्रदेश के छतरपुर से ‘राम काजु कीन्हें बिनु मोहि कहां बिश्राम’ रामायण की यह चौपाई पर आधारित बद्री विश्वकर्मा की अयोध्या यात्रा नजर आ रही है। जो अपनी बाल चोटी से प्रभु राम का रथ खींचता चला आ रहा। वहीं प्रभु श्रीराम के जयकारों वा भगवा प्रभु श्रीराम का ध्वज लेकर आगे बड़ रहे है।

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दरअसल, 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम होने जा रहा हैं। जिसमें बद्री विश्वकर्मा अपनी चोटी में वाहन को बांध कर प्रभु राम का रथ खींचते हुए अयोध्या की ओर जा रहे है। बतादें कि, बद्री विश्वकर्मा बुंदेलखंड के दमोह जिले के बटियागढ़ निवासी हैं।

बद्री विश्वकर्मा का कहना है कि सन 1992 से सपना था कि मेरे रहते हुए अगर राम मंदिर निर्माण होगा तो मैं कुछ ऐसा करूगा की सब देखते ही रह जाएंगे। आज वह पल आ गया और 500 किमी का सफर तय करके प्रभु राम के चरणों में अपना माथा टेकने अपने परिवार जनों मित्रो के साथ निकल पड़ा हूं।

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बद्री की यह अनोखी पैदल यात्रा का आज दूसरा दिन है। अब 70 किलोमीटर का सफर तय करके छतरपुर जिले की सीमा स्थित बड़ामलहरा विधानसभा पहुंची। इस यात्रा के दौरान रोजाना वे 50 किमी का सफर तय कर कर अपनी यात्रा पूरी कर रहे है।

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