शिवरीनारायण: छत्तीसगढ़ सरकार ने राम वन गमन पर्यटन परिपथ परियोजना शुरू की है. पहले चरण में विकास के लिए चुने गए 9 में से 2 स्थानों पर पर्यटन सुविधाओं का विकास और सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो गया है. इसी कड़ी में सीएम भूपेश बघेल ने मां कौशल्या धाम चंदखुरी के विकास कार्यों का लोकार्पण के बाद आज शिवरीनारायण में पर्यटन कार्यों के दूसरे चरण का लोकार्पण किया है.
इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने मानस मंडलियों को पुरस्कार की घोषणा की. बीजापुर की मानस मंडली को 2 लाख का तीसरा स्थान, प्रगति मानस मंडली रनई कोरिया को 3 लाख का दूसरा पुरस्कार और प्रथम पुरस्कार हरिदर्शन मानस मंडली जांजगीर को 5 लाख का इनाम दिया.
इस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इस नवरात्रि का विशेष महत्व है. जवारा बोन का काम होता है, सभी देवी स्थान पर जवारा बोया जाता है. नवरात्रि का छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व है.
सीएम ने कहा कि तुलसीदास ने जन जन तक रामायण पहुंचाने का काम किया. लोग पूछते हैं कि क्या आप धार्मिक आयोजन क्यों कराते हैं. छ्त्तीसगढ़ से बाहर जाते हैं, तो लोग CG को खनिज के नाम से जानते हैं या नक्सली के नाम से जाना जाता है, लेकिन यहां परम्पराएं हैं, संस्कृति है. रामायण, महाभारत से लेकर बौद्ध काल में छत्तीसगढ़ रहा है. हमारे बिना कोई युग का उल्लेख नहीं हो सकता.
सीएम बघेल ने कहा कि यहां के लोग राम को प्रिय थे. इसलिए वो यहां वनवास का सबसे ज़्यादा वक़्त बिताया. समाज को जोड़ने का काम त्रेता युग मे समाज को जोड़ने का काम भगवान राम ने किया. द्वापर में कृष्ण ने जोड़ने का काम किया.
शंकराचार्य ने बद्रीनाथ से लेकर रामेश्वरम्म तक जोड़ेने का काम किया. भगवान जितने भी अवतरित हुए सबने जोड़ने का काम किया, लेकिन आज जिस भगवान राम को देखकर शीतलता का एहसास होता है, उस भगवान राम को युद्धक हनुमान बना दिया गया है. बजरंग बली को क्रोधित कर दिया गया. क्या ऐसी छवि आपके दिलो में थी. जोड़ना हमारी मूल संस्कृति है. तोड़ने का काम स्वार्थी करते हैं.
मैं राममंडलियों से कहना चाहता हूं कि आप जोड़ने की संस्कृति का विस्तार करें.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिवरीनारायण में SDM कार्यालय बनाने की घोषणा की. साथ ही खरौद में शबरी नारायण के मंदिर को विकसित करने की बात कही है.
सीएम बघेल ने कहा कि 3 साल में 91 हज़ार करोड़ रुपया लोगों की जेब मे डालने का काम किया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खरोद में लक्ष्मणेश्वर मंदिर और शबरी माता मंदिर को भी विकसित करने की घोषणा की. राम का काम स्वार्थवश नहीं किया, हमें कोई लाभ नहीं लेना है. इसलिए रामायण का कार्यक्रम सफल होगा. हम सब राम के रास्ते के पथिक हैं.