रायपुर. युवा जनता कांग्रेस ने आज शहीदी दिवस पर प्रदेश स्तरीय मशाल रैली निकाली. मशाल रैली मरीन ड्राइव से शुरू होकर भगत सिंह चौक तक निकाली गई. रैली में सम्मिलित सभी लोगों ने शहीदी दिवस पर भगत सिंह को याद कर पुष्पांजलि अर्पित किया. युवा जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नक्सल क्षेत्र में तैनात जवानों को 1 करोड़ बीमा राशि दिए जाने की मांग की. साथ ही कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार चाहे तो उनके खिलाफ सैकड़ों मामले दर्ज करवा ले मगर नक्सल क्षेत्रों में तैनात जवानों को 1 करोड़ रूपये की बीमा दिलवाकर रहेंगे.

युवा जनता कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद तिवारी ने बताया कि वे विगत 10 महीने से नक्सल पीड़ित क्षेत्रों में तैनात जवानों को 1 करोड़ रूपये बीमा राशि की मांग के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इसके लिए लगातार चरणबद्ध आंदोलन चलाया जा रहा है. इसी मुहिम के तहत आज राज्यभर के जिला मुख्यालयों में मशाल रैली का आयोजन किया गया. इसी कड़ी में राजधानी में भी भव्य मशाल रैली का आयोजन किया गया.

विनोद तिवारी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से आगे बताया कि  इस मुहिम की शुरूवात 27 अप्रेल 2017 को पुलिस महानिरीक्षक को ज्ञापन सौप जवानो का एक करोड़ का बीमा करवाने की मांग की गई थी. 2 महीने का वक्त गुजर जाने के पश्चात भी कोई निर्णय न होने की स्थिति में 4 जून को छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा से मिल चर्चा कर नक्सल क्षेत्र में तैनात जवानो का बीमा 1 करोड़ करने की मांग की गई तब गृहमंत्री ने जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया. महीना गुजर जाने पे भी कोई कार्यवाही नहीं हुई तब 22 जुलाई को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को पत्र लिख इस सवेदनशील मामले में ज्ञापन सौपने समय माँगा गया.

12 दिन गुजर गए पर मुख्यमंत्री से मिलने का समय नहीं मिल पाया न ही पत्र का जवाब आया तब आक्रोशित युवा जनता कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने ये निर्णय लिया की हम मुख्यमंत्री निवास कूच करेंगे. 3 अगस्त को युवा जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री से मिल ज्ञापन सौपने रवाना हुए पुलिस द्वारा रास्ते में बेरिकेट लगा युवाओ को रोक लिया गया. तब युवा जमींन पे बैठ मुख्यमंत्री से मिलाने की मांग करने लगे प्रशासनिक अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से नहीं मिलाया. उल्टे जवानो के बीमे की मांग कर रहे सैकड़ों युवाओ को प्रदेशाध्यक्ष विनोद तिवारी सहित गिरफ्तार कर जेल परिसर भेज दिया गया था. बीमे की मांग को दबाने धाराओं का इस्तमाल किया गया.

दो थाने सिविल लाईन व गोलबाजार में हम लोगों के खिलाफ अजमानतीय अपराध दर्ज किया गया. इस मामले में हम सभी लोगों ने गिरफ्तारी भी दी. पुन: नक्सल घटना हुई, जवान शहीद हुये, हम लोगों द्वारा फिर से मौन धरना दे बीमे की मांग की गयी. मांग पूरी न होने पर राज्यपाल से मिलने समय मांगा गया. बार-बार पत्र देने पर भी समय नहीं दिया गया. तब हम सैकड़ों युवाओं द्वारा राजभवन कूच किया गया. पुन: हम लोगों को गिरफ्तार किया गया. 13 मार्च को पुन: नक्सली घटना में 9 जवान शहीद हुये. हम लोगों द्वारा फिर से बीमे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. किन्तु सरकार द्वारा आज तक इस संवेदनशील मामले पर कोई कदम नहीं उठाया गया. उल्टे बीमे की मांग करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी ताकि इस मांग को दबाया जा सके. हम लोग संकल्पित है जब तक एक करोड़ का जवानों का बीमा नहीं करवा दिया जाता तब तक हम लोग संघर्षरत रहेंगे. चाहे क्यों न सरकार हमारे उपर सौ मामले दर्ज करे.