रायपुर. राजधनी के पास स्थित ग्राम गोढ़ी स्थित अपना घर आश्रम ने साढ़े 6 साल पहले लापता पुत्र को उनके माता-पिता से मिलाया है. रायपुर में भूखे- प्यासे घूम रहे युवक को अपना घर आश्रम की टीम ने 31 दिसम्बर को रेस्क्यू किया था. यहां अच्छा भोजन और माहौल मिलने से अचानक युवक कमलेश तांडी को अपने पिता का मोबाइल नंबर याद आया. फिर उसने अपने पिता को फोन पर आश्रम में होने की जानकारी दी.

सही पहचान होने के बाद अपना घर प्रबंधन ने कमलेश के पिता से बात की. अपना घर आश्रम ग्राम गोढ़ी पहुंचे रेशम लाल तांडी ने बताया कि अप्रैल 2017 में उनका पुत्र कमलेश बिना बताए चला गया था. खोजबीन के बाद 23 अप्रैल 2017 को टिकरापारा थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी. कुछ लोगों ने बताया कि कमलेश हैदराबाद गया था और कब रायपुर आया किसी को पता नहीं चला. पुत्र के मिलने पर पिता रेशमलाल तांडी, मां किरण तांडी ने अपना घर आश्रम के संस्थापक गोपाल प्रसाद अग्रवाल को धन्यवाद दिया है.

अपना घर आश्रम के संस्थापक गोपाल प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में अलग-अलग जगह से लाए गए 105 लोग अपना घर आश्रम में निवासरत हैं. 30 लोग स्वस्थ होकर जा चुके हैं.

अपना घर आश्रम के सेवा कार्यों में कर सकते हैं सहयोग

1- कहीं कोई लाचार, लावारिस को अपना घर भिजवाने में मदद करके.
2- आप स्वयं परिवार, सगे- सम्बंधियों, मित्रों सहित अपना घर आश्रम का अवलोकन करें, तथा यहां रहे प्रभुजियों के साथ बात-चीत व व्यवहार से उनके मन की तकलीफ़ों को ध्यान- पूर्वक समझ कर उन्हें सांत्वना दें.
3 – आप लोगों का केवल आना मात्र ही जाने- अनजाने इन प्रभुजनों के चेहरे पर मुस्कान ला सकता है.
4- अपने हाथों से प्रभुजी को भोजन- प्रसादी परोसने व मेडिकल में दवा देने का कार्य भी कर सकते हैं. ऑफ़िस कार्य में भी सहयोग कर सकते हैं.
5- इन प्रभुजी की काऊंसिलिंग करके, ताकि इनका अपने परिवार से पुनर्मिलन हो जाये.
6- प्रभुजनों के साथ कोई मनोरंजन का कार्य, जैसे इन्डोर गेम, गाना, डाँस आदि के द्वारा ख़ुशी दिलवा सकते हैं.
7- हमारे सेवा-साथी जो दिन-रात प्रभुजी के सेवा- कार्यों में लगे रहते हैं, उनकी हौसला- अफ़जाई भी कर सकते हैं.