Sophia Qureshi & Vyomika Singh: पहलगाम आतंकी हमले का भारत ने बदला ले लिया है। हमले के 15 दिन बाद ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत पाकिस्तान में 100 किमी तक भारत वायुसेना (Indian Air Force) ने एयर स्ट्राइक (Air Strike) करते हुए 9 आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया। भारतीय सेना की कार्रवाई की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। नारी शक्ति का सुहाग छिन्ने वाले आतंकियों पर कार्रवाई की जानकारी नारी शक्ति ने ही दिया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh) और कर्नल सोफिया कुरैशी (sophia qureshi)  ने प्रेस कॉन्फ्रेस में एयर स्ट्राइक की मिनट-टू-मिनट जानकारी दी। इसके बाद व्योमिका सिंह और सोफिया कुरैशी सोसळ मीडिया सनसनी बन गई हैं। लोग सोशल मीडिया में दोनों की जमकर तारीफ कर रहे हैं।

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कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह, दोनों महिला अधिकारियों ने भारतीय सेना की ताकत और पराक्रम को दुनिया के सामने रखा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय सेना किस तरह पाकिस्तान द्वारा पाले जा रहे आतंकवाद को खत्म कर रही है।

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सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इन दोनों महिला अधिकारियों की चर्चा हो रही है, और हर भारतीय इनकी सराहना कर रहा है। एक्स पर सोफिया कुरैशी ट्रेंड कर रही हैं, साथ ही विंग कमांडर व्योमिका सिंह की भी तारीफ हो रही है। ऐसे में जानते हैं कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी, जिन्होंने पूरी दुनिया को भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी बताई।

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विंग कमांडर व्योमिका सिंह

विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायु सेना (IAF) में हेलीकॉप्टर पायलट हैं। वो चुनौतीपूर्ण इलाकों में चेतक और चीता जैसे स्‍पेशलाइजड हेलिकॉप्‍टर ऑपरेट करती हैं। वो अपने परिवार में सशस्त्र बलों में शामिल होने वाली पहली महिला हैं और पिछले 21 साल से एयरफोर्स में अपनी सेवाएं दे रही हैं।

व्योमिका जब क्लास 6वीं में पढ़ती थीं, तब क्लास में उनके नाम का मतलब पूछा गया। उन्हें पता चला कि उनके नाम ‘व्‍योमिका’ का मतलब है उड़ना। तभी उन्होंने तय कर लिया कि वो एयरफोर्स का हिस्सा बनेंगी। अपने जुनून ने चलते उन्होंने स्‍कूल में NCC जॉइन की और शॉर्ट सर्विस कमीशन की मदद से एयरफोर्स का हिस्‍सा बनीं।

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कई अहम मिशन में रही उनकी अहम भूमिका

व्योमिका को भारतीय वायु सेना में एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में कमीशन दिया गया और 18 दिसंबर, 2019 को फ्लाइंग ब्रांच में स्थायी कमीशन मिला था। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 2,500 से ज़्यादा घंटे फ्लाइट्स उड़ाने का अनुभव हासिल किया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर सहित कुछ सबसे कठिन इलाकों में चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों का संचालन किया है।व्यामिका सिंह कई बचाव अभियानों में अहम भूमिका निभा चुकी हैं। अपनी ऑपरेशनल भूमिका के अलावा, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने उच्च सहनशक्ति मिशनों में भी भाग लिया है। 2021 में, वह माउंट मणिरंग पर तीनों सेनाओं के सभी महिला पर्वतारोहण अभियान में शामिल हुईं, जो 21,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस प्रयास को वायु सेना प्रमुख सहित वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने मान्यता दी थी।

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कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?

प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्रीफ करने वाली सोफिया कुरैश ने मार्च 2016 में, तत्कालीन लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने बहुराष्ट्रीय अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया, जिसमें 18 देशों ने भाग लिया था। यह अभ्यास पुणे में हुआ था और इसमें चीन, जापान, रूस, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे शक्तिशाली देश शामिल थे। लेफ्टिनेंट कर्नल कुरैशी एकमात्र महिला अधिकारी थीं, जिन्होंने इस अभ्यास में किसी दल का नेतृत्व किया। वे शांति स्थापना अभियानों में भी सक्रिय रही हैं। 2006 में, उन्होंने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में काम किया और 2010 से शांति ऑपरेशंस में जुड़ी रही हैं।

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सोफिया कुरैशी के दादा भी आर्मी में थे

गुजरात की रहने वालो सोफिया बायोकेमिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। वर्तमान में देश की सेवा कर रही सोफिया भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के अंतर्गत 1999 में शामिल हुईं थीं। उस दौरान उनकी उम्र महज 17 साल की थी. सोफिया सेना के सिग्नल कॉप्स में भी ऑफिसर रही थीं। आपको बता दें कि वे आर्मी बैकग्राउंड से ताल्‍लुक रखती हैं, उनके दादा भी सेना में थे। उनके पति मेकेनाइज्ड इन्फेंट्री में आर्मी ऑफिसर हैं।

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