प्रतीक चौहान. आरपीएफ के पास एक शिकायत पहुंची है. इस शिकायत की जांच के लिए बिलासपुर से आईजी के सीधे नेतृत्व में काम करने वाली आईवीजी की टीम आज शनिवार को बिलासपुर से भिलाई पहुंची है. इस शिकायत में जो नाम है वो है सुधीर चौधरी, आजतक लल्लूराम वाले. अब आप सोच रहे होंगे कि कही ये आज तक के एंकर और सीनियर जर्नलिस्ट सुधीर चौधरी तो नहीं ? लेकिन इस शिकायत में आज तक के साथ लल्लूराम भी लिखा हुआ है. हालांकि आरपीएफ को ये नहीं पता है कि ये सुधीर चौधरी कौन है. क्योंकि उसमें शिकायतकर्ता सुधीर चौधरी आजतक लल्लूराम के अलावा कुछ नहीं लिखा है. न उनके घर का पता और न मोबाइल नंबर.
टीम के पहुंचने के बाद भिलाई बीएमवॉय पोस्ट में हड़कंप है और थाने में आरपीएफ के जवानों के बीच अलग-अलग बातें हो रही है. हालांकि इस शिकायत में क्या-क्या लिखा हुआ है ये स्पष्ट जांच के बाद ही होगा. लेकिन पूरे विभाग में सुधीर चौधरी आज तक लल्लूराम वाले की खूब चर्चा है.
ट्रांसफर के मौसम का फायदा तो उठाना नहीं चाहता कोई ?
चंद दिनों बाद आरपीएफ में थोक में इंस्पेक्टरों के तबादले होने है. हालांकि इस टेंयूर में उस इंस्पेक्टर का नाम नहीं है, जिसके नाम से शिकायत की गई है. लेकिन विभाग में एक चर्चा ये भी है कि हो न हो ये शिकायत ट्रांसफर के मौसम का फायदा उठाकर एक शिकायत के माध्यम से जांच और उस इंस्पेक्टर को हटवाकर नए किसी की पोस्टिंग का न हो. हालांकि शिकायत पत्र में मौजूद तथ्य कितने सही है इसकी जांच के लिए ही टीम आज पहुंची है. बात ट्रांसफर और नई पोस्टिंग की करें तो विभाग में अभी से इसके कयास लगाने शुरू हो गए है.
यहां ये बताना जरूरी है कि उक्त शिकायत पत्र का लल्लूराम डॉट कॉम से कोई संबंध नहीं और न लल्लूराम डॉट कॉम में सुधीर चौधरी के नाम का कोई व्यक्ति मौजूद हो.
अब RPF में TMM से नहीं होगा ट्रांसफर ?
आरपीएफ (RPF) के पूर्व डीजी ने एक लिखित आदेश निकाला था, जिसमें टीएमएम सॉफ्टवेयर की मदद से ट्रांसफर पोस्टिंग के आदेश दिए थे. ये पूरा काम पादर्शी तरीके से होता था. क्योंकि इसमें सॉफ्टवेयर अपने हिसाब से नियमों के मुताबिक पोस्टिंग देता था.
लेकिन अब आरपीएफ में बिना टीएमएम के ही ट्रांसफर पोस्टिंग की जा रही है. सवाल ये हैं कि क्या अब टीएमएम से ट्रांसफर नहीं होगा ? यदि ऐसा है तो इससे संबंधित कोई आदेश क्यों नहीं आया ? और यदि ऐसा नहीं है तो वर्तमान लिखित आदेश के मुताबिक ट्रांसफर फॉलो क्यों नहीं हो रहे है.
आरपीएफ (RPF) के कुछ सूत्रों ने बताया कि पिछले दिनों दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में एएसआई से एसआई की प्रमोशन लिस्ट सामने आई है. लिस्ट में ऐसे भी नाम है जो 10 वर्षों से अधिक एक ही डिवीजन में मौजूद है और प्रमोशन के बाद भी उसी डिवीजन में पोस्ट किया गया है. जबकि आरपीएफ के रूल के हिसाब से प्रमोशन के बाद डिवीजन बदला जाना है.
इंस्पेक्टरों के भी ट्रांसफर बिना टीएमएम ही होंगे ?
अगले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन में इंस्पेक्टरों का टेंयूर पूरा हो रहा है. अब सवाल ये है कि इनके भी ट्रांसफर बिना टीएमएम के होंगे ? यदि ऐसा हुआ तो उच्च अधिकारियों से इंस्पेक्टरों के अपने-अपने संबंध काम जरूर आएंगे ये कहना गलत नहीं होगा. हालांकि ट्रांसफर से पहले ही विभाग में इसकी चर्चा शुरू हो गई है कि कौन सा इंस्पेक्टर कहा आने के लिए मेहनत कर रहे है.