महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच अजित पवार ने एक बयान दिया है जिससे राजनीतिक बवाल मच गया है. अजित पवारने दावा किया है कि 2019 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के गठबंधन के बारे में एक बैठक में उद्योगपति गौतम अडानी भी शामिल हुए थे, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और शरद पवार भी इस बैठक में शामिल हुए थे और BJP के साथ गए थे. उस बैठक की बात करते हुए अजित पवार ने कहा, 2019 में देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री रहते हुए, उन्होंने BJP को समर्थन दिया था. “अमित शाह, गौतम अडाणी, प्रफुल पटेल, देवेंद्र फडणवीस, पवार साहेब, सब वहीं मौजूद थे. यह डिस्कशन सबके साथ हुआ था.”
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संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र की सरकार गिराने में गौतम अडानी का हाथ रहा है. नरेंद्र मोदी, अमित शाह और फडणवीस का हाथ है. इस बारे में सबसे बड़ा खुलासा अजित पवार ने किया है. वह खुद इस मीटिंग में शामिल थे. इसलिए ये महाराष्ट्र में जो लड़ाई चल रही है, यह गौतम अडानी के खिलाफ चल रही है. एक ऐसा उद्योगपति जो सरकार गिराता है, यह संघर्ष और लड़ाई जारी है क्योंकि गौतम अडानी के हाथ में छत्रपति शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र नहीं जाएगा, जो विधायकों और संसद को खरीद लेता है.
CM को लेकर क्या बोले संजय राउत?
एकनाथ शिंदे को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा, “हिम्मत नहीं है उनके पास ये लोग डरपोक हैं. ये सब डर के मारे भाग गए. ED CBI से डर कर भाग गए. एकनाथ शिंदे के साथ जो 40 लोग हैं, उनमें से 20 लोगों पर ED और CBI के मामले दर्ज हैं. आधे लोग जेल जाने वाले थे. अगर आपको लिस्ट चाहिए तो किरीट सोमैया के पास से ले लो. ED के दफ्तर में जाकर लिस्ट ले लीजिए.”
संजय सिंह ने कहा कि महायुति के सारे वोट अडाणी को जाएंगे
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने भी इसका बड़ा दावा किया है. “अजित पवार ने बहुत चौंकाने वाला खुलासा किया है,” संजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो शेयर किया. MVA सरकार को अडाणी ने गिरा दिया. महाराष्ट्र की जनता को सावधान रहना चाहिए कि अगर आपने शिवे-अजित पवार या BJP को वोट दिया तो आपका प्रत्येक वोट अडाणी को मदद करेगा. आप अडाणी के हाथों महाराष्ट्र को बर्बाद करने के लिए वोट देंगे? BJP को हराने के लिए नहीं.
NCP और BJP के बीच वैचारिक मतभेद के बावजूद, अजित पवार ने BJP को समर्थन दिया. जब NCP प्रमुख से पूछा गया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया, तो पवार ने कहा, “साल 2014 में जब विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे, तब NCP प्रवक्ता प्रफुल्ल पटेल ने घोषणा की थी कि हम BJP को बाहर से समर्थन देंगे.”
शरद पवार ने क्यों नहीं दिया BJP का साथ?
यह पूछे जाने पर कि सीनियर पवार (शरद पवार) बाद में BJP को समर्थन देने से पीछे क्यों हट गए थे? अजित पवार ने कहा “पवार साहब एक ऐसे नेता हैं जिनके दिमाग को दुनिया में कोई नहीं पढ़ सकता. मेरी चाची (शरद पवार की पत्नी प्रतिभा) या सुप्रिया सुले भी उनका दिमाग नहीं पढ़ सकते,”
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस ने अडानी पर हमलावर होते हुए मोदी सरकार के साथ उनके करीबी संबंधों का आरोप लगाया है. पार्टी के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस शरद पवार को लेकर कोई बहस नहीं करना चाहती है.
BJP ने इस मामले पर आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया, लेकिन पार्टी के एक सूत्र ने अजित पवार के दावा को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि अजित पवार ने कहा कि बैठक 5 साल पहले हुई थी, जबकि यह 2017 में हुआ था, जबकि बीजेपी-शिवसेना की सरकार महाराष्ट्र और केंद्र में भी थी.
2019 के विधानसभा चुनावों के बाद शिवसेना और बीजेपी के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद हुआ था, जिसे अजित पवार ने एक इंटरव्यू में बताया था. इसके बाद, अजित पवार ने BJP नेता देवेंद्र फडणवीस को अपना समर्थन देने की पेशकश की.
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