नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शनिवार को दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के देशों से सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक उपायों के साथ-साथ नए कोविड-19 ओमिक्रॉन वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए टीकाकरण में वृद्धि को तत्काल बढ़ाने का आग्रह किया है। वैश्विक स्वास्थ्य निकाय के अनुसार, ‘हाइपर म्यूटेंट’ वैरिएंट अब तक 77 देशों में फैल चुका है। डब्ल्यूएचओ दक्षिण की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, “स्वास्थ्य और सामाजिक उपायों के साथ ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने में हम सक्ष्म है। इस दौरान हमारा ध्यान उच्च जोखिम वाले लोगों की ओर ज्यादा होना चाहिए।”
क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता नजर आ रहा है। पिछले कई महीनों से दुनिया भर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है। आने वाले हफ्तों में ओमिक्रॉन से संक्रमित लोगों की नैदानिक तस्वीर को पूरी तरह से समझने के लिए और जानकारी की उम्मीद है। इस पर अध्ययन चल रहा है।
सिंह ने कहा “ओमिक्रॉन अगर कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है तो मामलों की भारी संख्या एक बार फिर स्वास्थ्य प्रणालियों को प्रभावित कर सकती है। इसलिए, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता, पर्याप्त स्वास्थ्य स्टाफ को सभी स्तरों पर और मजबूत करने की आवश्यकता है।”
प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि जिन्होंने टीका लगवा लिया है वे भी ओमिक्रान वैरिएंट की चपेट में आ रहे हैं। फिर भी, महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में वैक्सीन एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जैसे पिछली बार राष्ट्र ने कोरोना के मामले को रोकने में तत्परता दिखाई थी। हालांकि, अकेले टीके से कोई भी देश इस महामारी से बाहर नहीं निकल सकता।
क्षेत्रीय निदेशक ने कहा, “हमें टीकाकरण में वृद्धि करनी चाहिए, साथ ही कोरोना के नियमों को और कड़ा करना चाहिए। प्रतिबंधों को और कड़ा करने से हम इस वैरिएंट से हो रहे मामलों में वृद्धि को रोक सकते हैं।”
सिंह ने कहा, “वैक्सीन की खुराक लेने के बाद भी सभी लोग सावधानियां बरतते रहें। इनमें मास्क पहनना, दूरी बनाए रखना, खिड़कियां खोलना, हाथ साफ रखना और सुरक्षित रूप से खांसना और छींकना शामिल है।”
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