दिल्ली के मुख्यमंत्री का नाम मंगलवार (18 फरवरी) को बीजेपी विधायक दल की बैठक में तय हो जाएगा. 20 फरवरी को रामलीला मैदान में इस निर्णय के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री का भव्य शपथ ग्रहण समारोह(Oath Taking Ceremony) भी होगा. यद्यपि शादी में दूल्हा तय होता है, लगन निकलते हैं, फिर वेन्यू फिक्स होता है. लेकिन सीक्वेंस दिल्ली का CM बनाने में बिल्कुल विपरीत है. चाहे कुछ भी तय हो या न हो, दूल्हे का अता-पता हो न हो पर इतना तो तय है कि बारातियों का स्वागत दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा.

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रामलीला मैदान में 3 मंच, 20 मुख्यमंत्रियों को न्योता

दिल्ली सरकार का शपथ ग्रहण 20 फरवरी को शाम साढ़े 4 बजे होगा. रामलीला मैदान में शपथ समारोह के लिये 3 मंच बनाए जा रहे हैं. जिसमें 20 राज्यों के CM, उद्योगपति, सेलिब्रिटी और संत शामिल होंगे. मैदान में 20 हजार कुर्सियां लगाई जा रही हैं. लेकिन असल बात जो दिल्ली जानना चाहती है वो ये है कि उसका नया CM कौन होगा? 10 दिन में 15 नामों की चर्चा की है.

कौन से हैं वो 2 नाम जिनकी आखिरी घंटों में हो रही चर्चा

बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में 48 सीटें जीत ली, CM की दौड़ में 48 घंटे से दो चेहरे ट्रेडिंग हैं. सबसे अधिक चर्चा विजेंद्र गुप्ता और रेखा गुप्ता की है.

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क्यों विजेंद्र गुप्ता हो सकते हैं पसंद?

विजेंद्र गुप्ता ने रोहिणी से तीसरी बार विधायक चुनाव जीता है. वे 2015 और 2020 में AAP की लहर में भी जीते थे. वे 2015 से 2020 तक दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के उपाध्यक्ष रहे हैं.

क्यों रेखा गुप्ता?

रेखा गुप्ता शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनी हैं.

रेखा 2015 से चुनाव लड़ रही है और पहली बार 2025 में जीती हैं.

रेखा गुप्ता दो बार पार्षद रह चुकी हैं और दिल्ली में RSS की सक्रिय सदस्य हैं. उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ का अध्यक्ष और सचिव भी रह चुकी हैं.

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विजेंद्र गुप्ता का फायदा यह है कि उन्होंने दिल्ली विधानसभा में पार्टी के सबसे खराब दौर में अपना झंडा उठाया, जबकि रेखा गुप्ता का फायदा यह है कि बहुत से महिला वोट बीजेपी की ओर लौटे हैं, इसलिए बीजेपी को एक महिला प्रधानमंत्री बनाकर इस रुझान को और बढ़ाना होगा. लेकिन बीजेपी नेतृत्व के पास CM को लेकर अंतिम समय तक चौंकाने की कला है. इसलिए दो नाम फिर से रेस में आए जो कुछ दिन पहले थे और फिर बहुत पीछे हो गए थे: राजकुमार भाटिया और अजय महावर.

राजकुमार भाटिया

राजकुमार भाटिया, दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष और MCD में मनोनीत पार्षद हैं, आदर्श नगर से पहली बार चुनाव जीते हैं.

अजय महावर

अजय महावर पिछली विधानसभा में बीजेपी के प्रमुख व्हिप थे और दूसरी बार घोंडी सीट से बड़े अंतर से जीते हैं.

बीजेपी ने पहले भी कई बार संभव कर दिखाया है कि पहली बार चुनाव जीतने वाले को सीधे मुख्यमंत्री बना दे. सस्पेंस थ्योरी में दिल्ली के सातों सांसद जरूर पिछड़ते दिख रहे हैं, लेकिन बीजेपी भूल से भी केजरीवाल और टीम के उस नैरेटिव को सही साबित करना चाहती है कि 48 विधायकों में भी कोई CM लायक नहीं मिला.

बीजेपी को CM ढूंढने में समय लग रहा है, और आम आदमी पार्टी भी अभी तक नहीं जान पाई है कि नेता प्रतिपक्ष आतिशी होगा या कोई और. सोमवार को हुई बैठक में लगता था कि नाम फाइनल किया जाएगा, लेकिन बैठक के बाद स्पष्ट उत्तर मिला.