बिहार. समाजवादी पार्टी के नेता शरद यादव का निधन हो गया है. उनके निधन के बाद देश में शोक की लहर है. अब उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने की चर्चा हो रही है. समाजवादी पार्टी के नेता शरद यादव मधेपुरा संसदीय सीट से कई बार सासंद रह चुके थे. ऐसे में मधेपुर सीट से शरद यादव की बेटी सुभाषिणी यादव और बेटे शांतनु के दावेदारी की चर्चा हो रही है.

सुभाषिणी यादव फिलहाल कांग्रेस पार्टी में है. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी सुभाषिणी यादव शामिल हो चुकी है. सुभाषिणी 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव भी लड़ा था. मधेपुरा सीट से किसकी दावेदारी रहेगी यह चर्चा का विषय बना हुआ है. बता दें कि सुभाषिणी यादव सात बार सांसद रह चुकी है. जबकि कांग्रेस के टिकट पर 2020 में बिहार विधानसभा के बिहारी गंज सीट से चुनाव भी लड़ चुकी हैं. शरद यादव के निधन के बाद सवाल यह कि उनकी विरासत की दावेदारी किस के हाथ होगी?

दूसरी तरफ शरद यादव के बेटे बुंदेला मधेपुरा में काफी सक्रिय रहते हैं. उन्होंने राजद में शामिल होने के बाद पटना में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि वह बिहार में ही अपनी आगे की राजनीति करेंगे और मधेपुरा से लोकसभा चुनाव भी लड़ेंगे. ऐसे में शरद यादव की विरासत पर बेटे शातंनु की भी नजर रहेगी. एनडीए के संयोजक रहते हुए शरद यादव जब बेहद मजबूत थे और उन्होंने इच्छा जताई थी कि, उनके परिवार का कोई राजनीति में आए तब उनके बेटे और बेटी की उम्र राजनीति की नहीं थी.

सुभाषिणी यादव को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का करीबी बताया जाता है. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सुभाषिणी कांग्रेस में शामिल हुई थी. इसके बाद बिहारी गंज सीट से इन्होंने चुनाव भी लड़ा, हालांकि इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.