विदेश ही नहीं देश में भी हाइब्रिड कारों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. हाल ही में अमेरिका में बीते साल के कार बिक्री के आंकड़ों को सार्वजनिक किया गया है. इसमें इलेक्ट्रिक कार की जगह लोगों की पसंद हाइब्रिड कार बनती जा रही हैं. इसके साथ ही देश में फाडा के आंकड़ों पर नजर डालें तो जनवरी 2023 से नवंबर 2023 के बीच इलेक्ट्रिक कारों के मुकाबलें हाइब्रिड कारों की बिक्री ज्यादा हुई है. इस सबके पीछे एक्सपर्ट पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत और इलेक्ट्रिक कारों का महंगा होना भी एक बड़ी वजह माना जाता है.

हाइब्रिड गाड़ियां

जिस तरह पेट्रोल-डीजल के अलावा गाड़ियां सीएनजी विकल्प के साथ आती हैं, ठीक उसी तरह हाइब्रिड गाड़ियों में एक इलेक्ट्रिक मोटर दी जाती है, जो इंजन को एक्स्ट्रा पावर देने का काम करती है. जिससे इंजन ज्यादा फ्यूल इफिशिएंट हो जाता है. जिन गाड़ियों में पेट्रोल के साथ बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर दी जाती उन्हें हाइब्रिड कहा जाता है. चूंकि इनसे किसी भी तरह का पॉल्यूशन नहीं होता और माइलेज भी ज्यादा मिलता है, इसलिए अब ग्राहक इन गाड़ियों को तेजी से अपना रहे हैं.

ऑटोमोटिव सर्विस कंपनी कॉक्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकियों ने बीते साल रिकॉर्ड 12 लाख ईवी खरीदी. इससे 46% ग्रोथ और कुल बिक्री में 7.6% हिस्सेदारी मिली. ऑनलाइन कार शॉपिंग दिग्गज एडमंड्स के अनुसार इस दौरान हाइब्रिड कारों की बिक्री 65% बढ़कर 12 लाख से ज्यादा हो गई. वहीं इनका मार्केट शेयर भी 5.5% से बढ़कर 8% हो गया. विश्लेषकों का कहना है कि ईवी का महंगा होना और पब्लिक चार्जिंग की चिंता ग्राहकों को हाइब्रिड की ओर मोड़ रही है. बड़ी संख्या में लोग घर पर बैटरी चार्ज नहीं कर सकते हैं.