Avadh Ojha On Delhi IAS Coaching Incident: दिल्ली में नामी-गिरामी IAS कोचिंग सेंटर राव इंस्टीट्यूट (Rau’s IAS Study Circle) के बेसमेंट में पानी भरने से UPSC की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद छात्र राजेंद्र नगर में प्रशासन के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। साथ ही उन शिक्षकों से भी नाराज हैं जो यूपीएससी के दुनिया के सिलेब्रिटी टीचर हैं। छात्रों ने फेमस शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति (Vikas Divyakirti) और अवध ओझा पर भी सनसनीखेज कई आरोप लगाए थे। वहीं वेब और यू-ट्यूब मीडिया लल्लनटॉप (The Lallantop) को दिए इंटरव्यू में अवध ओझा ने छात्रों के प्रदर्शन, उसमें क्यों नहीं शामिल होने और उनके आरोप समेत कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।

Waqf Act: वक्फ एक्ट में बड़े संशोधन की तैयारी में मोदी सरकार, कल संसद में पेश हो सकता है बिल, जानिए क्यों इसे हिंदुओं की संपत्ति छीनने वाला अधिनियम कहा जाता है

सबसे पहले बेसमेंट में तीन बच्चों की मौत होने पर अवध ओझा ने दुख जताया और बेसमेंट में क्लासेस चलाने को एक गंभीर समस्या बताया। अवध ओझा ने इस बात का खुलासा भी किया एक बार बेसमेंट में दम घुटने से उनके दोस्त की भी मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मुझे बेसमेंट की क्लास मिल रही थी पूसा रोड पर चार लाख रुपये कम में। मालिक ने मुझसे कहा कि मैं आपको बेसमेंट 18 लाख रुपये में दे दूंगा। इसके बावजूद मैंने कहा कि बेसमेंट में जाना ही नहीं है। मैं जानता हूं कि बेसमेंट की क्या स्थिति है और आज नहीं तो कल आप देख लेना ये सारी बेसमेंट बंद हो जाएंगी।

मेरे प्यारे वायनाड में… तबाही के बीच सेना के कार्यों से भावुक होकर तीसरी के छात्र ने Indian Army को लिखा दिल छू लेने वाला पत्र, सेना ने भी दिया जवाब- Wayanad Landslide

वहीं अवध ओझा ने कहा कि बेसमेंट एक कंसंट्रेशन कैंप की तरह है। आप अंदर चले गए तो आपकी भी कोई गारंटी नहीं है। उन्होंने बताया कि एक बार वह जब बेसमेंट में क्लासेस ले रहे थे तब भूकंप आ गया। बच्चे भागने लगे तो उन्होंने सुझाया कि भागने से कुछ नहीं होगा, धीरे-धीरे निकलिए। बेसमेंट मतलब आप ये मान कर चलो कि जो भी बेसमेंट में बैठा हुआ है उसकी जान तो दांव पर लगी हुई है।

सेल्फी की सनकः 100 फीट गहरी खाई में गिरी युवती, देखें हादसे का वीडियो – Maharashtra Selfie Viral Video

प्रोटेस्ट में क्यों नहीं गए ?

छात्रों के प्रोटेस्ट में शामिल नहीं होने पर अवध ओझा ने आगे कहा कि एक बार बिहार के एक लड़के ने मुझे मैसेज किया कि सर हम चाहते हैं कि आप हमसे मिलने के लिए आएं लेकिन आप एक ख्याल करिए कि यहां सिर्फ तैयारी के छात्र नहीं है यहां और भी छात्र हैं तो कृपया करके आप अपनी सिक्योरिटी का भी ख्याल रखें। अगर मान लीजिए वहां कुछ हो जाता तो बाद में लोग मुझे कहते कि मास्टर आप क्यों गए, आप कूद गए आग में। आपको बच्चों से बात करनी चाहिए। मैंने कहा कि राजेंद्र नगर प्रोटेस्ट में जो लड़के हैं, उनको बुलाओ, उनसे हम बात करेंगे। ऐसे नहीं होता है कि भीड़ में गए कूद गए। भीड़ में अनसोशल एलीमेंट बैठे हुए हैं, अगर उन्होंने आग लगादी, अराजकता फैलादी फिर तो इनका करियर खत्म हो जाएगा।

BIG Breaking: कोरबा-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस में लगी आग, चार बोगियां जलकर खाक, राहत-बचाव कार्य शुरू, देखें वीडियो- Korba-Visakhapatnam Express

प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों के लीडर से बात करना चाहते हैं

अवध ओझा ने आगे कहा कि हम इसपर चाहे कितना भी प्रोटेस्ट करें, मैं जानता हूं कि जो बच्चे प्रोटेस्ट कर रहे हैं, गुस्से में, जिसे भी गाली दे रहे हैं यह उनका हक है। वो गलत नहीं कर रहे हैं। वो एकदम गाली दे रहे हैं कि आप हमारे लिए क्यों नहीं लड़ रहे। लेकिन लड़ने का एक तरीका होता है। मैंने आज प्रोग्राम निकाला है। मैं इसी हफ्ते प्रदेश और केंद्र के लीडर से मिलूंगा और अपने प्रस्ताव को रखूंगा कि इसको ध्यान में रखा जाए कि भविष्य में ऐसी घटना होगी तो कोई ये नहीं कहेगा कि मैंने अवगत नहीं कराया था।

Kangana Ranaut: फिर सुर्खियों में कंगना रनौत, राहुल गांधी की शेयर कर दी ऐसी तस्वीर कि मचा हंगामा, सोशल मीडिया पर उड़ा गर्दा

छात्रों के मार्गदर्शन को लेकर अवध ओझा ने कहा कि जिस समस्या के लिए छात्र परेशान हैं, उस तरफ ये ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनका ध्यान अवध ओझा और विकास दिव्यकीर्ति पर है। ओझा सर ये कहते हैं कि अगर तुम इतने समझदार और इतने ताकतवर बने होते तो यह स्थिति आती ही नहीं। मैं तो यह कहता हूं कि मानसिक शक्ति और शारिरिक शक्ति का विकास करना चाहिए। प्रोटेस्ट का अपना एक तरीका है। गांधी जी ने 2 साल आंदोलन चलाया उसमें ना कोई मारा गया और ना ही कोई पीटा गया, ना किसी पर पानी छिड़का गया, कुछ भी नहीं हुआ। उसकी तैयारी करनी पड़ती है। उतरकर कूदना नहीं होता है। जलियावाला बाग कब घटित हुआ 1919 में और नॉन कॉपरेशन मूवमेंट शुरू हुआ 1920 में, व्यवस्था करनी पड़ती है, स्वरूप बनाना पड़ता है।

‘देखो! अब तुम्हारे साथ क्या-क्या होता है…’, सीएम ममता बनर्जी के मंत्री ने खुलेआम महिला अधिकारी को दी धमकी, Video वायरल- TMC Leader Akhil Giri

आप कहते हो कि टीचर नहीं आए हैं और जब टीचर आते हैं तो आप उनके साथ बदसलूकी कर रहे हो, बॉयकॉट कर रहे हो। तनु जैन प्रोटेस्ट में गईं उन्होंने ट्वीट किया। अरे भई टीचर कोई भी आया, आया तो आपके दर्द सुनने के लिए. आप उसको बोलो तो कि ये दर्द है। जो टीचर गए उनको स्वीकारना चाहिए, बोलना चाहिए. उनके साथ बदसलूकी का क्या मतलब है।

Vikas Divyakirti-Avadh Ojha: विकास दिव्यकीर्ति और अवध ओझा पर प्रदर्शनकारी छात्रों ने लगाया सनसनीखेज आरोप, कहा- ‘वो छात्रों को Sweet Poison की तरह…’- Delhi IAS Coaching Incident

कोचिंग सील होने को बताया अस्थायी

जब अवध ओझा से पूछा गया कि आप लोगों ने पहले कभी शिकायत की है कि जो मालिक हैं वो बेसमेंट में क्यों क्लासेस चला रहे हैं। इसपर अवध ओझा ने कहा कि कोचिंग के पास एक ही जवाब होता है कि आप अपने लिए फिर ऐसी कोचिंग देखिए जहां बेसमेंट में क्लास ना हो। जितनी बड़ी बड़ी कोचिंग हैं, सबके पास बेसमेंट में क्लास हैं। सारी कोचिंग सील नहीं हुई हैं। जो छोटी-छोटी कोचिंग चला रहे हैं उनको बंद कर दिया है लेकिन बड़ी बड़ी कोचिंग खुली हैं। इसपर जब उनको बताया गया कि दृष्टि आईएएस और बड़ी कोचिंग को भी सील किया गया है तो अवध ओझा ने कहा कि जब 2023 में मुखर्जी नगर कोचिंग में आग लगी तो बच्चों का कोचिंग से कूदता हुआ वीडियो देखा गया था, उस समय कहा था कि मुखर्जी नगर सील हो गया है लेकिन कहां सील हुआ था मुखर्जी नगर। 61 बच्चे ऑफिशियल रिकॉर्ड पर घायल हुए थे फिर वहां सारी चीजें चल रही थीं।

Waqf Act: वक्फ एक्ट में बड़े संशोधन की तैयारी में मोदी सरकार, कल संसद में पेश हो सकता है बिल, जानिए क्यों इसे हिंदुओं की संपत्ति छीनने वाला अधिनियम कहा जाता है

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H